केरल के लिए राहत की खबर, निपाह वायरस से दम तोड़ने वाले बच्चे के संपर्क में आए 8 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव

निपाह वायरस को लेकर केरल से राहत की खबर सामने आई है। यहां, निपाह वायरस से रविवार को कोझिकोड में 12 वर्षीय वर्षीय मोहम्मद हाशिम की मौत के बाद नजदीक संपर्क में आए 8 लोगों की रिपोर्ट निगटिव आई है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि यह हमारे लिए एक बड़ी राहत है। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है उनमें लड़के के माता-पिता और चिकित्सा अधिकारी हैं। हालांकि, साथ ही उन्होंने बताया कि नेश्नल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से बाकी के पांच सैंपल्स के नतीजे आना अभी बाकी हैं।

बता दें कि मई 2018 में केरल में सबसे पहले निपाह वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इस वायरस की चपेट में आने के बाद 17 लोगों की मौत हुई थी। विश्‍व स्‍वास्‍य संगठन (WHO) के मुताबिक निपाह वायरस (NiV) एक खतरनाक वायरस है। यह जानवरों एवं इंसानों में एक गंभीर बीमारी को जन्‍म देता है। निपाह वायरस के बारे में सर्वप्रथम 1998 में मलेशिया के कम्‍पंग सुंगाई निपाह से पता चला था। इसके चलते इस वायरस का नाम निपाह रख दिया गया। उस वक्‍त इस वायरस के वाहक सूअर होते थे।

मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग वायरस से मरने वाले लड़के के सभी 251 संपर्कों पर नजर रख रहा है। उनमें से 54 हाई रिस्क की कैटेगरी में हैं। सरकार ने नए खतरे को देखते हुए कोझीकोड और इसके बाहरी इलाके में चल रहे कोविड-19 टीकाकरण अभियान को भी स्थगित कर दिया था।

उन्होंने कहा, 'संक्रमण के स्रोत का पता लगाने के प्रयास जारी हैं। विशेषज्ञों ने लड़के के घर से आधा खाया हुआ रामबूटन फल बरामद किया है। उन्हें घर के पास एक फ्रूट बैट का आवास भी मिला है'।