केरल के कोझीकोड जिले के चथमंगलम के पास पझूर के 12 वर्षीय मोहम्मद हाशिम की रविवार को एक निजी अस्पताल में मौत के एक दिन बाद निपाह वायरस के लक्षण वाले लोगों की संख्या बढ़कर 11 हो गई। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने सोमवार देर शाम मीडिया को बताया कि हाशिम के माता-पिता, वयोली अबूबकर और वाहिदा, उनके करीबी रिश्तेदार और स्वास्थ्य कार्यकर्ता उन लक्षणों में शामिल हैं।
जॉर्ज ने कहा, 'उनकी हालत स्थिर है। लड़के की माँ को रविवार की रात बुखार था, लेकिन अब यह कम हो गया है'।
जॉर्ज ने कहा की मृतक के संपर्क में आए लोगों की संख्या 251 हो गई है और यह बढ़ भी सकती है। 251 में से 129 स्वास्थ्यकर्मी हैं। जिनमें से अत्यंत जोखिम वाले 54 संपर्कों में से 30 स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोझीकोड के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एमसीएच) में रखा गया है।
जॉर्ज ने कहा की मृतक लड़के को निजी अस्पताल में भर्ती होने से पहले एमसीएच, कोझीकोड सहित कम से कम चार स्वास्थ्य संस्थानों में ले जाया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई। यही कारण है कि अधिकांश संपर्क स्वास्थ्य कार्यकर्ता हैं। मंत्री ने कहा, इनमें से दो मलप्पुरम और कन्नूर जिले के हैं, जिसके चलते रविवार को उन जगहों पर अलर्ट जारी कर दिया गया था।
मंत्री ने कहा कि एमसीएच, कोझीकोड में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी लैब, पुणे के तत्वावधान में एक विशेष प्रयोगशाला स्थापित की गई है। इसमें पॉइंट-ऑफ-केयर और आरटी-पीसीआर दोनों तरह के परीक्षण करने की सुविधा होगी। यहां तीन रोगसूचक व्यक्तियों के नमूनों का परीक्षण किया जाएगा और आठ अन्य लोगों को पुणे भेजा जा रहा था। पुणे से नतीजे सोमवार देर रात आने की उम्मीद है।
वीना जॉर्ज के मुताबिक कोझिकोड तालुक में कोविड 19 टीकाकरण अभियान को अगले 48 घंटे के लिए रोक दिया गया है। बता दें कि कोझिकोड़ में 12 साल के एक लड़के की रविवार को निपाह वायरस संक्रमण के कारण मौत हो गई थी। इसके बाद से राज्य का स्वास्थ्य विभाग हाईअलर्ट पर है। वहीं बच्चे के घर के तीन किमी तक के क्षेत्र को निरूद्ध क्षेत्र घोषित कर दिया गया है।