नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली और पश्चिम बंगाल में आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के लागू न होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी के बाद उन पर पलटवार किया है। 56 वर्षीय आप प्रमुख ने दावा किया कि भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने आयुष्मान भारत योजना में कई अनियमितताएं पाई हैं और दिल्ली के स्वास्थ्य सेवा मॉडल की तुलना में इसकी प्रभावशीलता पर सवाल उठाया है।
मंगलवार को अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली और बंगाल में बुजुर्गों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवा से वंचित किए जाने पर निराशा व्यक्त की और इसे एक खोया हुआ अवसर बताया। अपने भाषण में उन्होंने राजधानी और बंगाल के बुजुर्गों से माफ़ी मांगी। प्रधानमंत्री ने कहा, मैं दिल्ली और पश्चिम बंगाल के 70 साल से ज़्यादा उम्र के सभी बुजुर्गों से माफ़ी मांगता हूं। मैं आपकी पीड़ा समझता हूं, लेकिन राज्य सरकारों के फ़ैसलों के कारण मैं आपकी मदद नहीं कर सकता।
प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना का जवाब देते हुए अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में तर्क दिया कि दिल्ली का मॉडल, उपचार लागत की परवाह किए बिना, सभी के लिए व्यापक मुफ्त स्वास्थ्य सेवा प्रदान करता है, जबकि आयुष्मान भारत योजना इसके विपरीत है, जिसके बारे में उनका दावा है कि इसमें प्रतिबंधात्मक मानदंड हैं और इसे अपर्याप्त रूप से लागू किया गया है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, दिल्ली सरकार की इस योजना के तहत दिल्ली में रहने वाले हर व्यक्ति को पूरा इलाज मुफ्त मिलता है, चाहे उसका खर्च कितना भी हो - पांच रुपये की गोली से लेकर एक करोड़ के इलाज तक, दिल्ली सरकार हर व्यक्ति को पूरा इलाज मुफ्त मुहैया कराती है। अगर आप मुझे बता दें तो मैं आपको उन लाखों लोगों के नाम भेज दूंगा जिन्हें इसका लाभ मिला है।
इसके बाद उन्होंने सवाल किया कि क्या आयुष्मान भारत योजना से लोगों को फायदा हो रहा है। केजरीवाल ने कहा, सीएजी ने आयुष्मान भारत योजना में कई अनियमितताएं पाई हैं। जिन राज्यों में आयुष्मान योजना लागू है, वहां आज तक मुझे एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं मिला जिसका आयुष्मान भारत के तहत इलाज हुआ हो। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप दिल्ली मॉडल का अध्ययन करें और आयुष्मान भारत योजना की जगह पूरे भारत में दिल्ली मॉडल लागू करें ताकि लोगों को जमीनी स्तर पर फायदा मिल सके।
आप ने यह भी दावा किया कि आयुष्मान भारत लोगों की प्रभावी ढंग से सेवा नहीं कर रहा है, नेताओं ने धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। आप नेता संजय सिंह ने कहा कि योजना की पात्रता आवश्यकताओं के कारण कई जरूरतमंद लोग अयोग्य हो जाते हैं, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जिनके पास रेफ्रिजरेटर या मोटरसाइकिल जैसी बुनियादी सुविधाएं हैं। इसके अलावा, उन्होंने दावा किया कि इस योजना के तहत सूचीबद्ध हजारों अस्पताल केवल कागज़ों पर मौजूद हैं, और वास्तविक उपचार प्रदान करने वाले अस्पतालों को कथित तौर पर केंद्र सरकार द्वारा मुआवजा नहीं दिया जाता है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी इन भावनाओं को दोहराया और दावा किया कि आयुष्मान भारत एक विफल योजना है। उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों से गरीब मरीज, जहां यह योजना लागू की गई थी, सर्जरी के लिए दिल्ली के अस्पतालों में आते हैं।