नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार (27 सितंबर) को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि पार्टी लगातार अन्य दलों के भ्रष्ट नेताओं को भाजपा में शामिल कर रही है।
दिल्ली विधानसभा में अपने संबोधन में केजरीवाल ने एनसीपी प्रमुख अजित पवार का विशेष रूप से जिक्र किया, जिन पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हजारों करोड़ के भ्रष्टाचार मामले में संलिप्तता का आरोप लगाया है। हालांकि, एक सप्ताह के भीतर ही पीएम मोदी ने पवार के साथ गठबंधन कर लिया और उन्हें महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बना दिया।
केजरीवाल ने कहा, कुछ दिन पहले मैंने (आरएसएस प्रमुख) मोहन भागवत को पत्र लिखकर पांच मुद्दे उठाए थे। उनमें से एक यह था कि कैसे पीएम मोदी अन्य दलों के सबसे भ्रष्ट राजनेताओं को भाजपा में शामिल कर रहे हैं। क्या मोहन भागवत इससे सहमत हैं? 27 जून 2023 को पीएम मोदी ने अजित पवार पर हजारों करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और महज पांच दिन बाद उन्हें डिप्टी सीएम बना दिया गया।
आप के राष्ट्रीय संयोजक ने अपने संबोधन में आरएसएस का जिक्र करते हुए कहा कि मौजूदा भाजपा शासन में संगठन का काम सिर्फ कालीन बिछाने तक सीमित रह गया है। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा के लगातार झूठ बोलने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी आरएसएस को ही हो रही है।
केजरीवाल ने कहा, मुझे आरएसएस कार्यकर्ताओं पर तरस आता है, जिन्होंने अपना पूरा जीवन संगठन को समर्पित कर दिया, लेकिन उन्हें चुनाव टिकट नहीं मिल रहे हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस और अन्य दलों से (भाजपा में) आने वालों को टिकट दिए जा रहे हैं। उन्होंने (भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार) कई राज्य सरकारों को भी गिराया है। मार्च 2016 से मार्च 2024 तक पीएम मोदी ने कम से कम 15 बार 13 राज्य सरकारों को गिराने की कोशिश की है। वह उनमें से 10 सरकारों को गिराने में सफल रहे।