
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को AAP के नए छात्र संगठन ASAP (Association of Students for Alternative Politics) का गठन किया। इस अवसर पर उन्होंने पारंपरिक और वैकल्पिक राजनीति के बीच अंतर स्पष्ट करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि नेता अपने बच्चों को विदेशों में पढ़ाते हैं, जबकि आम जनता के बच्चों को हिंदू-मुसलमान के मुद्दे में उलझाते हैं।
उन्होंने कहा कि देश आज भी अनेक समस्याओं से जूझ रहा है—लोगों को न तो सही खाना मिल रहा है, न शिक्षा, न इलाज, न अस्पताल, न सड़कें। महिलाएं, छात्र और व्यापारी सभी दुखी हैं। इन सबका मूल कारण है – देश की पारंपरिक राजनीति। भाजपा, कांग्रेस और अन्य दलों की राजनीति एक ही ढर्रे पर चल रही है, जो हर समस्या की जड़ है।
केजरीवाल ने भाजपा की रेखा गुप्ता सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार थी, तब 24 घंटे बिजली आती थी। अब पावर कट शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि बिजली कब आएगी और कितनी सस्ती होगी, यह भी राजनीति का हिस्सा बन चुका है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे राजनीति का हिस्सा बनें और इसमें दिलचस्पी लें क्योंकि आज जो राजनीति चल रही है, वही सभी समस्याओं की जड़ है।
उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में 10 साल शासन किया और अब पंजाब में भी सरकार है। दिल्ली में किए गए कार्यों को उन्होंने वैकल्पिक राजनीति का उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि AAP सरकार ने स्कूलों का कायाकल्प किया, फीस नहीं बढ़ने दी और शानदार अस्पताल बनाए, जिससे लोगों को बेहतर इलाज मिल सका। लेकिन भाजपा की सरकार बनने के महज तीन महीने के भीतर स्कूलों की हालत खराब हो गई क्योंकि अच्छी शिक्षा इनकी राजनीति का हिस्सा नहीं है।
24 घंटे बच्चों को हिंदू-मुसलमान सिखाते हैं: केजरीवालकेजरीवाल ने कहा कि भाजपा की सरकार बनने के बाद स्कूलों की फीस में वृद्धि शुरू हो गई और शिक्षा माफिया को फिर से छूट मिल गई। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने बिजली कंपनियों को नियंत्रित किया था, लेकिन अब फिर से बिजली कटौती शुरू हो गई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “जब पूरी दुनिया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बात कर रही है, तब ये लोग आपके बच्चों को 24 घंटे हिंदू-मुसलमान सिखा रहे हैं। इनके बच्चे विदेशों में पढ़ते हैं, जबकि आपके बच्चों को डंडा पकड़ा कर मस्जिद के सामने खड़ा कर हिंदू-मुसलमान करा रहे हैं।”