कर्नाटक ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार, वंशवादी राजनीति और विभाजनकारी नीतियों को खारिज कर दिया : अमित शाह

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार और विभाजनकारी नीतियों को खारिज कर दिया और 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। शाह ने एक ट्वीट में कहा, "मैं भाजपा को वोट देने के लिए कर्नाटक की जनता को धन्यवाद देता हूं। यह जनादेश स्पष्ट करता है कि कर्नाटक ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार, वंशवादी राजनीति और विभाजनकारी नीतियों को खारिज कर दिया है।"

शाह ने भाजपा की कर्नाटक इकाई के हरेक कार्यकर्ता को तथा मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी.एस. येदियुरप्पा को भी उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया।

उन्होंने कहा, "देश के बाकी हिस्सों की ही तरह कर्नाटक की महान भूमि ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छ, पारदर्शी और विकास समर्थक शासन पर अटूट भरोसा जताया है।"

उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति सामने आई है, जिसमें 104 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है, और सामान्य बहुमत से वह आठ सीट पीछे है। कांग्रेस 78 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर और 38 सीटों के साथ जनता दल (सेक्युलर) तीसरे स्थान पर है।

शाह और येदियुरप्पा में समानता यह है कि दोनों को जेल का अनुभव प्राप्त है। शाह को फर्जी मुठभेड़ों के आपराधिक मामलों में और येदियुरप्पा को जमीन घोटाले में। शाह को अदालत ने अपने ही राज्य गुजरात से चार साल के लिए बाहर निकाल दिया था। भाजपा के कार्यकर्ता अपने ऐसे ही दागी नेताओं पर गर्व करने को मजबूर हैं।

अब सिर्फ तीन राज्यों में बची कांग्रेस

कांग्रेस अब सिर्फ तीन राज्यों (पंजाब, पुदुच्चेरी और मिजोरम) तक सिमटकर रह गई है। कर्नाटक में पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले कांग्रेस इस बार करीब आधी सीटों पर सिमट के रह गई है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बेनर्जी ने कहा है कि यदि कांग्रेस कर्नाटक में जनता दल सेक्युलर के साथ जाती तो नतीजे कुछ अलग होते। शाहनवाज हुसैन का कहना है कि जब तक भाजपा ओडिशा नहीं जीत लेती है तब तक पार्टी चैन से नहीं बैठने वाली है। कर्नाटक चुनाव के बाद जहां भाजपा लगातार आगे बढ़ रही है वहीं कांग्रेस लगातार राज्यों को खोती जा रही है।