कुमारस्वामी और एचडी देवगौड़ा पर भड़के कर्नाटक जद (एस) के चीफ इब्राहिम, गठबंधन को लेकर मुझसे बात नहीं की

बेंगलूरू। कुछ समय पूर्व जनता दल (एस) ने कर्नाटक में भाजपा के साथ गठबंधन किया है। इस गठबंधन के तहत वे कर्नाटक में होने वाले लोकसभा चुनाव को मिलकर लड़ेंगे। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और उनके बेटे एचडी कुमारस्वामी के भाजपा के साथ गठबंधन करने पर पार्टी के कई नेता पार्टी को छोड़ चुके हैं। शेष बचे नेता भी नाराज हैं। इन्हीं में शामिल हैं कर्नाटक जद(एस) के चीफ सीएम इब्राहिम। वो देवगौड़ा और उनके बेटे से खासे नाराज दिख रहे हैं। लेकिन उनका कहना है कि वो इलेक्टेड प्रेजीडेंट हैं पार्टी को छोड़ने नहीं जा रहे।

गठबंधन से नाराजगी जताते हुए उनका कहना था कि दिल्ली में मीटिंग होने का मतलब ये तो नहीं है कि गठबंधन हो गया है। वो इसे नहीं मानते। लेकिन वो दूसरे नेताओं की तरह से पार्टी नहीं छोड़ने जा रहे हैं। वो चुने हुए अध्यक्ष हैं। लिहाजा पार्टी में रहकर ही लड़ाई लड़ेंगे। उनका कहना है कि उन्हें गठबंधन का पता तब चला जब पार्टी नेता केए थिप्पेसामी ने दिल्ली की मीटिंग के बारे में उनको बताया। उधर सूत्रों का कहना है कि सीएम इब्राहिम 16 अक्टूबर को एक मीटिंग करने जा रहे हैं। इसमें भविष्य को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।

कर्नाटक में जनता दल (एस) ने बीजेपी के साथ गठबंध कर लिया है। पार्टी ने भाजपा का दामन थामा तो राजनीति में हलचल होने लग गई। खुद पार्टी के भीतर ही असंतोष के स्वर उठने लगे। हालांकि देवगौड़ा ने इसका बचाव करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य पार्टी को बचाना था। वह अपनी सेकुलर साख पर कायम रहेंगे। वो कभी भी अल्पसंख्यकों को निराश नहीं करेंगे। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि जद (एस) सत्ता की भूखी नहीं है। वो अवसरवादी राजनीति नहीं करती है।

गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक के बाद गठबंधन करने का फैसला किया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा पर हमलावर होते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ चुनावी गठबंधन करने के बाद उसे खुद को धर्मनिरपेक्ष पार्टी नहीं कहना चाहिए।