कानपुर पुलिस की गुंडागर्दी, पहले पीटा फिर रेल पटरी पर फेंका सब्जीवाले का तराजू, उठाने गया तो कट गए दोनों पैर

कानपुर में पुलिस की गुंडागर्दी ने एक सब्जीवाले की पूरी जिंदगी तबाह कर डाली। पुलिसकर्मी के कारनामे से एक सब्जी बेचने वाले के दोनों पैर कट गए। दरअसल, थाने के सामनेरोड किनारे टमाटर बेचने वाले को पहले हेड कॉन्स्टेबल पीटा और उसका तराजू पटरियों पर फेंक दिया। जब वह तराजू उठाने गया, तो ट्रेन की चपेट में आ गया और उसके दोनों पैर कट गए। इस मामले में आरोपी दीवान को सस्पेंड कर दिया गया है।

मौके पर मौजूद लोगों ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया। हालत गंभीर होने के चलते उसे PGI लखनऊ रेफर कर दिया गया। DCP वेस्ट ने बदसलूकी करने वाले हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया। इसके साथ ही मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।

मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि कल्याणपुर थाने के सामने रोड के किनारे सब्जीवालों की दुकानें लगती हैं। यहां दुकानें लगाना नियम के विरुद्ध है। लेकिन कुछ गरीब परिवार दशकों से यहीं दुकानें लगाकर अपना पेट पालते हैं। इन्हीं में शामिल 18 वर्षीय अर्शलान उर्फ लड्डू भी यहां टमाटर की दुकान लगाए हुआ था। दुकानदारों का आरोप है कि दीवान राकेश कल्याणपुर थाने के दरोगा शादाब के साथ मौके पर आए और उन्होंने पहले लड्डू के साथ मारपीट की, फिर अचानक उसकी तराजू उठाकर पीछे रेलवे लाइन पर फेंक दी। इससे अर्शलान दहशत में आ गया। उसे कुछ समझ ही नहीं आया कि ट्रेन आ रही है और क्रासिंग पर पड़े तराजू को उठाने के लिए दौड़ा। इसी दौरान वह तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गया और उसके दोनों पैर कट गए। चीख-पुकार सुनकर आसपास के दुकानदार दौड़े और तब तक पुलिससकर्मी भी आ गए। खून से लथपथ सब्जीवाले को लोगों ने पुलिस की मदद से उठाया और कानपुर के हैलट हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।