आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने दावा किया है कि भारत में कोरोना (Corona) की तीसरी लहर जनवरी के दूसरे या तीसरे हफ्ते में आ सकती है। तीसरी लहर का पीक फरवरी में आने की संभावना है। जिस समय यह तीसरी लहर पीक पर होगी उस समय रोजाना एक लाख से डेढ़ लाख के बीच संक्रमित मरीजों के मिलने संभावना देखने को मिल रही है। हालाकि, इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि तीसरी लहर का झटका दूसरी लहर से कम होगा। इसमें किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में 18 से 23 दिसंबर तक कोरोना की तीसरी लहर पीक पर होगी। प्रोफेसर मणीन्द्र ने बताया कि यह लहर कितनी खतरनाक होगी, कितने लोगों को प्रभावित करेगी, अभी इसका विश्लेषण किया जा रहा है।
आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर के मुताबिक तीसरी लहर से घबराने की जरूरत नहीं है, यह सिर्फ खासी और जुकाम की तरह ही रहेगा, क्योंकि पहले से ही भारतीयों की इम्युनिटी काफी मजबूत है। इससे पहले आईआईटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के फैकल्टी पद्मश्री प्रो मणींद्र अग्रवाल ने कंप्यूटर मॉडल ‘सूत्र’ के जरिए पहली व दूसरी लहर का भी पूर्वानुमान जताया था। प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा ये वैरिएंट नेचुरल इम्युनिटी को ज्यादा बाईपास नहीं कर रहा है।