बाल ठाकरे को भी डर था कि शिवसेना एक दिन कांग्रेस बन जाएगी : कंगना

कंगना रनौत और शिवसेना के बीच तनातनी का माहौल बना हुआ है। कंगना रनौत ने शिवसेना के साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा। शुक्रवार सुबह 3 ट्वीट किए। उन्होंने कहा, 'सोनिया गांधीजी, एक महिला होने के नाते आप महाराष्ट्र में अपनी सरकार द्वारा मेरे साथ किए गए बर्ताव से दुखी नहीं हैं? क्या आप डॉ अंबेडकर के बनाए संविधान के सिद्धांतों का पालन करने की अपील अपनी सरकार से नहीं कर सकती हैं?'

उन्होंने यह भी कहा कि बाल ठाकरे को भी डर था कि शिवसेना एक दिन कांग्रेस बन जाएगी।

उन्होंने कहा, 'आप (सोनिया गांधी) पश्चिम में पले बढ़े हैं। भारत में रहते हैं। आप महिलाओं के संघर्ष को जानते हैं। जब आपकी खुद की सरकार महिलाओं का उत्पीड़न कर रही है और कानून और व्यवस्था का मजाक बना रही है। ऐसे में इतिहास आपकी चुप्पी और उदासीनता को तय करेगा। मुझे उम्मीद है कि आप इस मामले में दखल देंगी।'

कंगना की मां ने शिवसेना पर बोला हमला

कंगना रनौत की मां आशा रनौत बेटी के सपोर्ट में हैं। वो खुलकर सामने आ रही हैं और अपनी बाते रख रही हैं। आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने कहा कि शिवसेना ने मेरी बेटी के साथ अन्याय किया। पूरे भारत वर्ष की जनता इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। आशा रनौत ने कहा- 'अगर कंगना गलत होती तो देश की जनता उसके साथ नहीं होती। कैसी सरकार है। मेरी बेटी उसकी प्रजा का एक अंग है। उसके साथ इतना अन्याय हुआ है। ये कैसी सरकार है। इसको सरकार बोलते हैं। ये बाल ठाकरे की शिवसेना है, नहीं। ये वो बाल ठाकरे की शिवसेना नहीं है, जिसे हम बचपन से सुनते आ रहे हैं। ये शिवसेना डरपोक है, कायर है। मेरी बेटी ने 15 साल मेहनत करके एक-एक पैसा जोड़कर ऑफिस बनाया। उनकी तरह थोड़ी हम खानदानी हैं। हम एक मध्यम परिवार से हैं। सब ने देखा है कि मेरी बेटी ने कैसे मेहनत से पैसा इकट्ठा किया है। इनके पास तो अपने मां-बाप की प्रॉपर्टी है, जिसके ऊपर वो इतना घमंड कर रहे हैं और अत्याचार कर रहे हैं।'

'मेरी बेटी ने सच्चाई का साथ दिया है। पूरे भारत वर्ष मेरी बेटी के साथ खड़ा है और खड़ा रहेगा। मैं अमित शाह और हिमाचल सरकार का धन्यावाद करती हूं, जिन्होंने मेरी बेटी की सुरक्षा की। इन लोगों का तो क्या पता ये क्या करते। इनका कोई विश्वास नहीं है। क्यों भाजपा सुरक्षा नहीं देती मेरी बेटी को, क्यों विपक्ष पार्टियां बोलती हैं। उन्हें क्या तकलीफ है, क्या उनके घर में बेटियां नहीं हैं। क्यों उन लोगों ने मेरी बेटी के बारे में इतनी बकवास बातें बोली। अगर कोई सच्चाई का साथ दे तो उसका साथ देना चाहिए।'

कंगना रनौत के खिलाफ ड्रग्स केस की जांच

उधर, कंगना रनौत के खिलाफ अब ड्रग्स केस की जांच होगी। मराहाष्ट सरकार ने मुंबई पुलिस को जांच का जिम्मा सौंपा है। मुंबई पुलिस को महाराष्ट्र सरकार से इस मामले की जांच के लिए ऑफिशियल लेटर मिला है। मुंबई पुलिस अभी इस बात पर फैसला नहीं ले पाई है कि कंगना के ड्रग्स मामले की जांच SIT करेगी या फिर एंटी नारकोटिक्स सेल। कंगना रनौत के ड्रग्स मामले को महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री अनिल देशमुख ने उठाया है। उन्होंने कंगना के एक्स बॉयफ्रेंड अध्ययन सुमन के एक पुराने इंटरव्यू के आधार पर इस मामले को उठाया है। अध्ययन सुमन ने अपने उस इंटरव्यू में कंगना के ड्रग्स लेने का दावा किया था। ये भी कहा था कि कंगना ने उन्हें भी जबरदस्ती ड्रग का सेवन कराया था।

महाराष्ट्र सरकार के इस एक्शन पर कंगना ने भी रिएक्ट किया था। कंगना ने अपने ट्वीट कर लिखा था- प्लीज मेरा ड्रग टेस्ट कीजिए, मेरे कॉल रिकॉर्ड्स की जांच कीजिए अगर आपको ड्रग्स पेडलर्स को लेकर मुझसे कोई भी लिंक्स मिलता है तो मैं अपनी गलती मान लूंगी और हमेशा के लिए मुंबई छोड़ दूंगीं। आपसे मिलने के लिए इच्छुक हूं।

अध्ययन सुमन ने जताई नाराजगी

दूसरी तरफ, अध्ययन सुमन ने कंगना ड्रग्स केस में अपना नाम खसीटे जाने पर आपत्ति जताई है। अध्ययन ने कई ट्वीट कर अपनी बात सामने रखते हुए कहा था- साल 2016 में मैंने एक इंटरव्यू दिया था जिसकी वजह से आज फिर मुझे विवाद में घसीटने की कोशिश की जा रही है। कृप्या मुझे इनसब में घसीटना बंद करें। मैंने किसी के खिलाफ कोई केस नहीं किया है। अब मैं दोबारा अपने जीवन के उन काले दिनों में वापस नहीं जाना चाहता। मैं अब आगे बढ़ गया हूं। मुझे बख्श दें।

कंगना ने मुंबई का अपमान किया

महाराष्ट्र के मंत्री और राकांपा नेता जयंत पाटील ने कंगना के बयानों को पब्लिसिटी स्टंट करार दिया है। उन्होंने कहा कि कंगना ने महाराष्ट्र और मुंबई के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करके मुंबई का अपमान किया है। शुक्रवार को शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक लेख प्रकाशित हुआ है, जिसमें जयंत पाटिल ने एक्ट्रेस का नाम लिए बिना निशाना साधा। कंगना की मानें तो उनके पास अपने ऑफिस को दोबारा बनवाने के पैसे नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया, 'मैंने 15 जनवरी को अपने ऑफिस की ओपनिंग की थी। इसके फौरन बाद कोरोना महामारी आ गई। ज्यादातर लोगों की तरह तब से मैंने भी कोई काम नहीं किया है। मेरे पास इसे फिर से बनवाने के पैसे नहीं हैं।मैं इसी खंडहर से काम करूंगी।'