देवेंद्र फडणवीस के काफिले पर छोड़े 'कड़कनाथ मुर्गे', विरोध जताने के लिए किया ऐसा, 3 लोग गिरफ्तार

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ‘महाजनादेश यात्रा' के काफिले को रास्ते में रोकने के लिए सोमवार को स्वाभिमानी शेतकारी संगठन (एसएसएस) के कार्यकर्ताओं ने सांगली जिले में काफिले पर कड़कनाथ मुर्गे और अंडे छोड़ने का प्रयास किया लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका प्रयास विफल कर दिया। मुख्यमंत्री का काफिला बिना किसी बाधा के वहां से गुजर गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शन को लेकर तीन व्यक्तियों को हिरासत में लिया और जांच की जा रही है। घटना यहां से करीब 230 किलोमीटर दूर पश्चिमी महाराष्ट्र के जिले के पालुस तालुका के कुंडल क्षेत्र में हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार राजू शेट्टी के नेतृत्व वाली पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने मुर्गे छोड़ने का प्रयास किया लेकिन मौके पर मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें इससे रोक दिया।

एसएसएस एक कुक्कुट फर्म के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय से जांच की मांग कर रही है जिस पर आरोप है कि उसने किसानों को कड़कनाथ मुर्गे के पालन में मदद का वादा करके 550 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की।

हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि इस घोटाले में शामिल राशि करीब 95 करोड़ रुपये हो सकती है।

मालूम हो कि कड़कनाथ के खून का रंग भी सामान्यतः काले रंग का होता है। जबकि आम मुर्गे के खून का रंग लाल पाया जाता है। इसका मांस काफी कड़ा होता है। सामान्य मुर्गों के पकने की तुलना में कड़कनाथ का मांस दोगुना समय लेता है। इसका स्वाद भी लाजवाब होता है। लोगों के बीच प्रचलन है कि कड़कनाथ के मांस का सेवन करने से सेक्सुअल पावर बढ़ता है और यह शक्तिवर्धक दवाइयों से ज्यादा कारगर होता है। इसे देसी व‍ियाग्रा भी कहते हैं। इसमें व‍िटाम‍िन बी 1, बी 2, बी 6 और बी 12 भरपूर मात्रा में होता है। कड़कनाथ मुर्गा प्रोटीनयुक्त होता है और वसा नाम मात्र का होता है इसल‍िए द‍िल और डायब‍िटीज के रोग‍ियों के ल‍िए कड़कनाथ बेहतर दवा का काम करते हैं। कड़कनाथ मुर्गे की कीमत 900 से 1200 रुपये प्रत‍ि क‍िलो होती है जबकि मुर्गी की कीमत 3000 से 4000 रुपये के बीच होती है। इसके अंडे की कीमत भी 50 रुपये के करीब होती है। अंडे की रेट भी बदलते रहते हैं।