दिल्ली : 'गुड़िया' गैंगरेप केस में आज आ सकता है फैसला, 7 साल पहले हुई थी हैवानियत

देश की राजधानी दिल्ली के गुड़िया गैंगरेप केस में कड़कड़डूमा कोर्ट शनिवार को अपना फैसला सुना सकती है। गैंगरेप के बाद 2 आरोपियों ने उसे जान से मारने की भी कोशिश की थी। इस मामले में दोषी प्रदीप और मनोज के खिलाफ जान से मारने की कोशिश, गैंगरेप, किडनैपिंग, सबूत मिटाने और पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के तहत मामला दर्ज किया था। इस केस में अभी तक कुल 59 गवाहियां हो चुकी हैं। गुड़िया के साथ जिस समय दुष्कर्म हुआ था वो 5 साल की मासूम थी। रेप के बाद दोनों आरोपियों ने गुड़िया को जान से मारने की कोशिश की थी।

क्या था पूरा मामला?

बता दें कि 15 अप्रैल, 2013 की शाम गुड़िया अपने गांधी नगर के घर से लापता हो गई थी। इसके दो दिन बाद 17 अप्रैल की सुबह वो घायल अवस्था में अपने घर के पास मिली थी। जिसके बाद उसको इलाज के लिए एम्स अस्पताल ले जाया गया था। डॉक्टरों ने यहां उसके शरीर के अंदर से तेल की शीशी और मोमबत्ती निकाली थी। कई दिनों तक गुड़िया की हालत अस्पताल में नाजुक बनी हुई थी।