जोधपुर: जमीनी विवाद के चलते पिता ने बच्चों को टांके में फेंका, 6 महीने के मासूम बेटे की मौत

जोधपुर जिले के करणी नगर में जमीनी विवाद ने एक हृदयविदारक रूप ले लिया। फलसुंड थानाधिकारी ओमप्रकाश के अनुसार, चैनाराम मेघवाल (27) और उसके बड़े भाई खंगार राम (35) के बीच लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। रविवार रात इसी विवाद के बाद गुस्से में आकर चैनाराम ने अपनी पत्नी नज्जू देवी से दोनों मासूम बच्चों को छीनकर पानी के टांके में फेंक दिया।

6 महीने के बेटे की मौत, बेटी को बचाया गया

मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत टांके में कूदकर बच्चों को बाहर निकाला। 6 महीने का बेटा महावीर अचेत अवस्था में था, जबकि डेढ़ साल की बेटी डिंपल की सांसें चल रही थीं। दोनों को तत्काल बांधेवा हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने बेटे महावीर को मृत घोषित कर दिया, जबकि बेटी डिंपल को पोकरण सरकारी हॉस्पिटल रेफर किया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।

आरोपी पिता हिरासत में, जांच जारी

फलसूंड थाने के एएसआई सहीराम पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और आरोपी चैनाराम मेघवाल को हिरासत में ले लिया। बच्चों की मां नज्जू देवी के बयान दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। सोमवार को बेटे महावीर का पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि चैनाराम (27) चार भाइयों में तीसरे स्थान पर है। बड़े भाई कुनना राम (38), खंगार राम (35), और सबसे छोटे भाई भूरा राम (25) के साथ सभी खेती का काम करते हैं। परिवार में 20-20 बीघा जमीन का बंटवारा हुआ है, लेकिन चैनाराम को हमेशा शिकायत रहती थी कि खंगार राम के पास अधिक जमीन है। रविवार को झगड़े के दौरान चैनाराम ने गुस्से में कहा, मेरी जमीन भी तू ले ले, मैं अपने बच्चों के साथ मर जाता हूं। इसके बाद उसने अपने दोनों मासूम बच्चों को पानी के टांके में फेंक दिया।

मां ने बताया घटना का दर्दनाक विवरण

मां नज्जू देवी ने पुलिस को बताया कि रविवार शाम चैनाराम और उसके भाई खंगार राम के बीच जमीन को लेकर बहस हुई थी। झगड़े के बाद चैनाराम गुस्से में घर आया और 6 महीने के बेटे महावीर और डेढ़ साल की बेटी डिंपल को अपनी गोद से छीनकर घर के सामने बने पानी के टांके में फेंक दिया।

चीख-पुकार पर बचाव की कोशिश

मां की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े। कुछ ने पानी के टांके में छलांग लगाकर बच्चों को बाहर निकाला। दोनों बच्चों को तुरंत बांधेवा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने महावीर को मृत घोषित कर दिया। गंभीर हालत में डिंपल को पोकरण जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।