जम्मू कश्मीर: शोपियां में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, मार गिराए 2 आतंकी

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में साल 2019 में अब तक करीब 103 आतंकियों को ढेर किया गया है। वही शोपियां (Shopian) जिले में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई है। मोलू चित्रगाम इलाके में हुई इस मुठभेड़ में अब तक 2 आतंकी के मारे जाने की खबर मिली है। आतंकियों ने सेना की गाड़ी पर हमला बोला था, जिसके बाद सेना ने मोर्चा संभालते हुए दो आतंकियों को मार गिराया। फिलहाल इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। मारे गए दोनों आतंकियों के शव बरामद कर लिए गए हैं।

गौरतलब है कि इससे पहले दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बलों के हाथ बड़ी सफलता लगी थी। आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर हो गए थे। सुरक्षाबलों ने आतंकियों के शव को भी बरामद किया था और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद मिला था।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले भी सरहद पर हलचल तेज थी। पुलवामा में आतंकियों ने सीआरपीएफ की चौकी पर ग्रेनेड से हमला कर दिया था लेकिन राहत की बात ये रही थी कि इस हमले में कोई नुकसान नहीं हुआ था। यह ग्रेनेड चौकी के पास गिरा था और तेज धमाके के साथ फट गया था। लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं हुआ था। इस हमले के बाद सुरक्षाबलों ने सघन तलाशी अभियान चलाया था।

2019 में अब तक करीब 103 आतंकी ढेर, 62 जवान शहीद

साल 2019 में अबतक जम्मू-कश्मीर में करीब 103 आतंकियों को ढेर किया गया है। वहीं सेना के 62 जवान शहीद हुए हैं। साल 2018 में घाटी में 257 आतंकी मारे गए थे। 2018 में 91 जवान शहीद हुए थे। सुरक्षा बलों का निशाना बने इन 103 आंतकवादियों में 23 विदेशी आतंकवादी भी शामिल हैं। हालांकि, अच्छी-खासी संख्या में नए आतंकवादियों की भर्ती सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का सबब बना है। अधिकारियों ने बताया कि मार्च महीने से 50 युवक अनेक आतंकी संगठनों में शामिल हो चुके हैं।

अधिकारियों ने बताया कि इस साल 2019 में 31 मई तक 103 आतंकी मारे गए, जिनमें 23 विदेशी और 78 स्थानीय आतंकी शामिल हैं। मारे गए आतंकवादियों में सबसे ज्यादा संख्या शोपियां से है, जहां 16 स्थानीय आतंकियों समेत 25 आतंकवादी मारे गए। पुलवामा में 15, अवंतीपुरा में 14 और कुलगाम में 12 आतंकी मारे गए।

इस साल जिन आतंकियों का घाटी से खात्मा हुआ है, उनमें अलकायदा से जुड़े आतंकी गुट अंसार गजवात-उल-हिंद का प्रमुख जाकिर मूसा जैसे टॉप कमांडर शामिल हैं। हालांकि दक्षिण कश्मीर के इन अति संवेदनशील क्षेत्रों से युवाओं के विभिन्न आतंकी समूहों में शामिल होने का सिलसिला भी जारी है।