जयपुर। जाते-जाते वर्ष 2024 राजस्थान वासियों को एक ऐसा जख्म दे गया है, जिसे भुलाने में न जाने कितना वक्त लगेगा। बीतते समय के साथ लोगों के जहन से यह दुख हादसे की यादें धुंधला जाएंगी लेकिन इस हादसे ने जिन परिवारों को जिन्दगी भर का नासूर दिया है वह कभी नहीं भुला पाएंगे। आग से 70 प्रतिशत से अधिक झुलसे हुए लोग, यदि जीवित बच जाते हैं, तो ताउम्र स्वयं को देखते हुए अपनी आंखों के सामने इसे बार-बार घटते हुए देखेंगे। पीड़ित के साथ इसके दर्द का अहसास उनके परिजनों को भी पूरी उम्र नश्तर की तरह सीने में चुभता रहेगा।
हादसे को लेकर जनमानस ने गहरा दुख जताया है। भारत के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने भी हादसे की जानकारी के बाद गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने जयपुर-अजमेर हाइवे पर हुए हादसे में गहरा दुख जताते हुए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख देने का ऐलान किया है। जबकि घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जयपुर में हुए सड़क हादसे पर दुख व्यक्त किया। अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि राजस्थान के जयपुर में हुआ सड़क हादसा अत्यंत दुःखद है। इस हादसे में अपना जीवन गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इस संबंध में मुख्यमंत्री भजन लाल से बात हुई। स्थानीय प्रशासन घायलों को तुरंत उपचार प्रदान करने का काम कर रहा है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
उल्लेखनीय है कि घटना के बाद एक के बाद एक दर्जनों वाहनों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में कई छोटी- बड़ी गाड़ियों में भी आग लग गई। आग से दर्जनों लोगों के झुलसने की खबर है। इस हादसे में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 39 घायलों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में हुए मौतों की पुष्टि जिला प्रशासन ने कर दी है। आग की घटना से हाईवे के किनारे एक पाइप फैक्ट्री भी जलकर राख हो गई। आग की घटना के बाद जोरदार धमाकों से इलाके में दहशत का माहौल बन गया। चारों तरफ आग की लपटें और धुआं ही धुआं नजर आ रहा था। पुलिस ने हाईवे पर ट्रैफिक को बंद कर दिया है। आग से झुलसे लोगों को रेस्क्यू करके अस्पताल पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। दमकल कर्मी आग को काबू करने के प्रयास में जुटे हैं।