जयपुर। राजधानी जयपुर में लिटरेचर फेस्टिवल से पहले एजुकेशन समिट का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देश और दुनिया के 500 से ज्यादा शिक्षाविद प्रबुद्धजन और राजनेता हिस्सा लेंगे। इस दौरान समिट में भारत की शिक्षा नीति के साथ ही ऑनलाइन-ऑफलाइन एजुकेशन सिस्टम और शिक्षा नीति पर विचार किया जाएगा।
जयपुर एजुकेशन समिट के आयोजक सुनील नारनौलिया ने बताया कि इस समिट का उद्देश्य न केवल शिक्षा को बढ़ावा देना है। बल्कि, छात्रों को जीवन में सही दिशा देने के लिए प्रेरित करना भी है। उन्होंने कहा कि छात्रों द्वारा किए जा रहे सुसाइड को रोकने के लिए शिक्षा के साथ संस्कार और नीतियों का समन्वय होना बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि इस समिट में देशभर के कुल 350 स्पीकर्स हिस्सा लेंगे।
इस दौरान एआई और नई तकनीकि के माध्यम से युवाओं को जागरूक और प्रेरित भी किया जाएगा। ताकि वह नई शिक्षा नीति के तहत भविष्य को ध्यान में रखते हुए सही और गुणवत्ता युक्त शिक्षा हासिल कर सके।
समिट की आयोजक डॉक्टर रेणु जोशी ने बताया कि 5 दिन तक चलने वाली इस एजुकेशन समिट में कुल 200 से अधिक सेशन होंगे। जिसमें देशभर के विद्वान शामिल होंगे। इस दौरान जयपुर के 7 अलग - अलग स्थानों पर यह समिट आयोजित होगा। जिसमें शिक्षा, तकनीक और करियर पर चर्चा की जाएगी। जिसमें 50 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स और उनके परिजन भी शामिल होंगे।
आयोजक ममता शर्मा ने बताया कि यह समिट छात्रों और शिक्षकों के लिए एक अनोखा मंच प्रदान करेगा। जहां वे शिक्षा और करियर से जुड़े नए विचारों और अवसरों पर चर्चा कर सकते हैं। वहीं आयोजक सतवीर सिंह ने बताया कि इस समिट में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक सत्र डिजाइन किया गया है। वहीं जो विषय विशेषज्ञ है। वो सभी विशेषज्ञ डिग्री और डिप्लोमा से हटकर युवाओं को कैसे सफल होना इसकी जानकारी भी देंगे।