आदित्य L-1 को सूर्य की ओर पुश करेगा ISRO, पृथ्वी के तरफ से की जाने वाली पहली फायरिंग

बेंगलूरू। पृथ्वी की अंडाकार कक्षा में पहुंचने के बाद आदित्य L1 स्पेसक्राफ्ट की रविवार (3 सितंबर) को सुबह लगभग 11:45 बजे ऑर्बिट बढ़ाई जाएगी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिक ऑर्बिट बढ़ाने के लिए स्पेसक्राफ्ट के इंजन कुछ देर के लिए फायर करेंगे। अभी आदित्य 235 x 19500 Km की कक्षा में है। पृथ्वी की तरफ से की जाने वाली यह पहली फायरिंग होगी। आंध्र प्रदेश के श्रीहरीकोटा में सतीश धवन स्पेस सेंटर से इसरो ने कल इसे सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। चांद के साउथ पोल पर मिली सफलता के महज कुछ दिनों बाद ही इसरो ने सूर्य मिशन लॉन्च किया है।

आदित्य स्पेसक्राफ्ट को 2 सितंबर को सुबह 11.50 बजे PSLV-C57 के XL वर्जन रॉकेट के माध्यम से श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था। लॉन्चिंग के 63 मिनट 19 सेकेंड बाद स्पेसक्राफ्ट को पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया था। लगभग चार महीने बाद यह 15 लाख Km दूर लैगरेंज पॉइंट-1 तक पहुंचेगा। इस पॉइंट पर ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता, जिससे यहां से सूरज पर आसानी से रिसर्च की जा सकती है।


आदित्य L1 सैटेलाइट के कक्षा में बदलवा के लिए रॉकेट फायरिंग और कुछ एंगल एडजस्ट किए जाएंगे। इसको आसान भाषा में ऐसा समझा जा सकता है कि जब आप झूला झूलते हुए हैं, तो आपको ऊपर धकेलने के लिए पुश किया जाता है। ठीक उसी तरह आदित्य सैटेलाइट को भी पुश किया जाएगा। इस दौरान इसके एंगल बदले जाएंगे। इससे होगा ये कि यह एक बार जैसे ही अपने पर्याप्त वेग में आएगा तो यह एल1 की तरफ अपनी कक्षा में पहुंच जाएगा।