हाल ही में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पकड़े गए इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) मॉड्यूल के संबंध में बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली और यूपी से पकड़े गए इसके संदिग्ध आतंकियों के निशाने पर एनआईए और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के ऑफिस थे। एनआईए के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों ने दिल्ली में स्थित आरएसएस के कार्यालय की रेकी की थी, जिससे हमले को सही तरीके से अंजाम दिया जा सके। बता दें कि एनआईए और दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की आईएसआईएस मॉड्यूल के संबंध में छापेमारी कर रही है। रविवार को एनआईए ने फिर बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने रविवार को यूपी के अमरोहा में छापा मारा था। यहां से हरकत उल हर्ब ए इस्लाम संगठन के पांच संदिग्ध लोग हिरासत में लिए गए थे।
एनआईए ने कहा है कि मुख्य आरोपी सुहैल ने दीवाली के दिन अपने बम को टेस्ट किया था, जिससे उसकी तैयारी पर किसी को शक न हो। यही नहीं आरोपियों ने ये प्लान बनाया था कि वो हर हमले के बाद घटना वाली जगह पर आईएसआईएस का झंडा छोड़कर आएंगे, जिससे आईएसआईएस की दहशत बनाई जा सके।
एनआईए ने जब छापे की कार्रवाई की तो छापे में शामिल सभी टीमों के साथ कमांडो यूनिट को भेज था और छापे में शामिल सभी अधिकारियों और जवानों को बुलेट प्रूफ जैकेट और हेलमेट मुहैया कराये थे। अभी एनआईए उनसे पूछताछ में उनसे ये पता कर रही है कि उन्होंने हाथियार कहां से जुटाए गए। सभी आरोपी जिस विदेशी हैंडलर के संपर्क में थे वो पाकिस्तानी है। खुफिया एजेंसियां ये पता कर रही हैं कि कहीं भारत के खिलाफ हमला करवाने की साजिश में आईएसआई तो शामिल नहीं है।
एनआईए ने दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ और उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते के समन्वय से दिल्ली के जाफराबाद और सीलमपुर में छह स्थानों और उत्तर प्रदेश में अमरोहा में छह, लखनऊ में दो, हापुड़ में दो और मेरठ में दो स्थानों पर छापे की कार्रवाई के बाद इन लोगों को गिरफ्तार किया था।
बुधवार को एनआईए ने आईएसआईएस से प्रेरित एक आतंकी मॉड्यूल का सदस्य होने के संदेह में 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। इन लोगों पर राजनीतिक हस्तियों और दिल्ली में सरकारी प्रतिष्ठानों सहित उत्तर भारत के कई अन्य हिस्सों में हमले की साजिश रचने का आरोप है। एनआईए ने राष्ट्रीय राजधानी और उत्तर प्रदेश के विभिन्न भागों से गिरफ्तार किये गये 10 आरोपियों को पूछताछ के लिए 15 दिन की हिरासत में दिये जाने का अनुरोध करते हुए कहा था कि खुफिया जानकारियों के लिए पूरी साजिश का पता लगाये जाने की जरूरत है।