'सुभाषचंद्र बोस' को 'नेताजी' कहने वाला पहला शख्स 'एडोल्फ हिटलर' था, जानें इनके जीवन से जुड़ी ऐसी ही कुछ अन्य दिलचस्प बातें

आजादी की लड़ाई के लिए 'आजाद हिन्द फ़ौज' का गठन करने वाले नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को अपनी विलक्षण बुद्धि और जोश के लिए जाना जाता था। नेताजी का पूरा जीवन कई रहस्यमयी घटनाओं से जुड़ा रहा हैं और उनकी मौत भी एक विमान हादसे में हुई थी, जो कि आज भी एक रहस्य बना हुआ हैं क्योंकि इस दुर्घटना के बाद नेताजी का शव पाप्त नहीं हुआ था। आज उनके जन्मदिन के ख़ास मौके पर हम आपको उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते है इनके बारे में।

* आजाद हिंद फौज का गठन करके अंग्रेजों की नाक में दम करने वाले फ्रीडम फाइटर सुभाषचंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को उ़डीसा के कटक शहर में हुआ था। उनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस और माँ का नाम प्रभावती था।

* सुभाषचंद्र बोस ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी भगत सिंह की फांसी रुकवाने का भरसक प्रयत्न किया। उन्होंने गांधी जी से कहा कि वह अंग्रेजों से किया अपना वादा तोड़ दें लेकिन वह भगत सिंह को बचाने में नाकाम रहे।

* सबसे पहले गांधीजी को राष्ट्रपिता कह कर सुभाष चंद्र बोस ने ही संबोधित किया था। और सुभाषचंद्र बोस जी को नेताजी कहने वाला पहला शख्स एडोल्फ हिटलर ही था।

* सन् 1938 में सुभाष चन्द्र बोस कांग्रेस के अध्यक्ष हुए। अध्यक्ष पद के लिए गांधी जी ने उन्हें चुना था। गांधी जी तथा उनके सहयोगियों के व्यवहार से दुःखी होकर अन्ततः सुभाष चन्द्र बोस ने 29 अप्रैल, 1939 को कांग्रेस अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया।

* अपने जीवनकाल में नेताजी को कुल 11 बार कारावास की सजा काटनी पड़ी। आखिरी बार 1941 को उन्हें कलकत्ता कोर्ट में पेश होना था लेकिन नेताजी अपने घर से भागकर जर्मनी चले गए और हिटलर से मुलाकात की।

* नेताजी ने दुनिया की पहली महिला फौज का गठन किया था। सुभाषचंद्र बोस 1934 में अपना इलाज करवाने आस्ट्रिया गए थे, जहां उनकी मुलाकात एक एमिली शेंकल नाम की टाइपिस्ट महिला से हुई। नेताजी इस महिला से अपनी किताब टाइप करवाने के लिए मिले थे। इसके बाद नेताजी ने 1942 में इस महिला से शादी कर ली।