अजमेर : बढते कोविड संक्रमण के चलते बंद की गई कैदियों की परिजन से फेस टू फेस मुलाकात, वीडियो कॉल के लिए मिलेंगे 5 मिनट

कोरोना का संक्रमण फैलता जा रहा हैं और हर दिन आंकड़ों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही हैं। कोरोना संक्रमण के जेल में भी कई मामले सामने आए हैं। ऐसे में अजमेर की सेंट्रल जेल में कैदियों की परिजन से फेस टू फेस मुलाकात बंद कर दी गई हैं और अब वीडियो कॉल के माध्यम से बात कराई जाएगी जिसके लिए उन्हें 5 मिनट का समय दिया जाएगा। प्रदेश की जेलों में बंद बंदियों के परिजन से मुलाकात पर रोक का यह फैसला जेल में कोविड-19 महामारी का प्रसार रोकने के लिए किया गया है। पहली लहर में प्रदेश की कई जिलों में बंदी कोरोना के संक्रमित मिले थे।

कोविड-19 संक्रमण ने एक बार फिर जेल में बंद बंदियों को परिजनों से दूर कर दिया है। वर्ष 2020 व 2021 में बंदियों की परिजनों से व्यक्तिगत मुलाकात बंद थी। वर्ष 2020 में अप्रैल से दिसंबर तक बंदी परिजन से फेस टू फेस मुलाकात नहीं कर सके। वर्ष 2021 में कोविड-19 कम हुआ तो जनवरी में मुलाकात वापस शुरू की गई। तकरीबन 25 दिनों तक फेस टू फेस मुलाकात जारी रही। इसके बाद एक बार फिर कोरोना बड़ा तो मुलाकात पर रोक लगा दी गई। कोरोनाकाल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश भर के बंदियों की अपने परिजन से बात कराई गई।

जेल प्रशासन का मानना है कि बंदियों को तनाव से मुक्त करने और अपराध की दुनिया से बाहर निकालने के लिए परिजन से मुलाकात जरूरी है। परिजन से मिलने से उनके दिमाग में अपराध संबंधी विचार कम आते हैं। इसका फायदा यह है कि जेल में रहकर वह समाज व परिवार के साथ जुड़कर जीवन बिताने की सोचते हैं। इसलिए परिजन से बंदियों की व्यक्तिगत मुलाकात जरूरी है।