शताब्दी के मुकाबले महंगा होगा देश की पहली प्राइवेट ट्रेन 'तेजस' का किराया, मिलेंगी हवाई जहाज जैसी लग्जरी सुविधाएं

देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) जल्द ही लखनऊ और नई दिल्ली के बीच दौड़ेगी। मुसाफिरों को आधुनिक सुविधाएं देने के लिए भारतीय रेल ने ट्रायल बेसिस पर यह ट्रेन आईआरसीटीसी को देने का फैसला किया है। IRCTC 100 दिनों के भीतर इस ट्रेन का संचालन शुरू करना चाहता है। दूसरे रूट के बारे में भी जल्द फैसला लिया जा सकता है। लखनऊ से नई दिल्ली से बीच ये ट्रेन इस रूट पर चलने वाली स्वर्ण शताब्दी के मुकाबले अलग समय पर चलेगी। 22 तरह की खूबियों से लैस और 200 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का शेड्यूल जारी हो चुका है। हालांकि यह ट्रेन कबसे चलेगी अभी यह तय नहीं हुआ है। इस ट्रेन में सीटों पर एलसीडी, वाई-फाई के साथ-साथ कैटरिंग का मेन्यू मशहूर शेफ द्वारा तैयार किया जाएगा। लेकिन किराया शताब्दी के मुकाबले महंगा होगा।

रेलवे के निजीकरण की काफी समय से बात चल रही है। अब ऐसा माना जा रहा है कि देश की पहली प्राइवेट ट्रेन दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस हो सकती है।

- यह ट्रेन उत्तर प्रदेश के आनंद नगर रेलवे स्टेशन में पार्क है। बोली प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस ट्रेन को प्राइवेट कंपनी के हाथों में सौंप दी जाएगी।

- एयरप्लेन की तरह तेजस एक्सप्रेस की हर सीट पर LCD स्क्रीन लगा है। हर सीट पर अटेंडेंट बटन लगा है जिससे दबा कर आप अपनी सहायता के लिए अटेंडेंट को बुला सकते हैं।

- इस ट्रेन में LED लाइट लगी हुई हैं। सिगरेट स्मोकिंग को डिटेक्ट करने के लिए ऑटो डिटेक्टर लगे हुए हैं। इस ट्रेन में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। हर सीट पर चार्जिंग और यूएसबी केवल लगे हुए हैं।

- ट्रेनों को इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) को सौंपा जाएगा । वह लीज शुल्क समेत इसके लिए वित्तीय कंपनी आईआरएफसी को भुगतान करेगी।

- दिल्ली और लखनऊ के बीच 53 ट्रेनें चलती हैं, लेकिन इस रूट पर एक भी राजधानी नहीं चलती है। इस रूट की सबसे तेज ट्रेन स्वर्ण शताब्दी है जो पहुंचाने में 6:30 घंटे लेती है।

ये है इस ट्रेन के नई दिल्ली और लखनऊ पहुंचने का समय

सूत्रों के मुताबिक 12585, 12586 नंबर वाली तेजस एक्सप्रेस हफ्ते में छह दिन चलेगी। यह ट्रेन गुरुवार को नहीं चलेगी। लखनऊ से सुबह 6:50 बजे चलकर दोपहर 1:20 बजे आनंद विहार पहुंचेगी। वापसी में आनंद विहार स्टेशन से दोपहर 3:50 बजे चलकर रात 10:05 बजे लखनऊ पहुंचेगी।

हालांकि सुबह 4:55 पर लखनऊ से आनंद विहार के बीच डबल डेकर ट्रेन पहले से ही चल रही है लेकिन यह बरेली मुरादाबाद होते हुए दिल्ली आती है इसलिए रेलवे को उम्मीद है कि कम समय लेने की वजह से तेजस एक्सप्रेस ट्रेन में भी मुसाफिर रूचि लेंगे।

शताब्दी के मुकाबले महंगा होगा किराया

इन तमाम सुविधाओं के लिए मुसाफिरों को अतिरिक्त किराया देना पड़ सकता है। फ़िलहाल तेजस एक्सप्रेस का किराया शताब्दी एक्सप्रेस के किराये से करीब 20 फीसदी ज़्यादा है। माना जा रहा है कि irctc जल्द ही किराये, खान-पान, रेलवे को चुकाने वाले हॉलेज चार्ज वगैरह के बीच संतुलन बनाते हुए इसका टेंडर जारी करेगा। जिस भी प्राइवेट पार्टी को ये ट्रेन सौंपी जाएगी वो रेलवे के रिज़र्वेशन सिस्टम पर टिकट बुक करवा सकेगा। ट्रेन में ड्राइवर और गार्ड भारतीय रेल का होगा जबकि टीटीई की जगह ट्रेन सुपरवाइजर मौजूद होगा जो कि प्राइवेट पार्टी का होगा।

दरहसल, रेलवे ने दो ट्रेनों के संचालन का जिम्मा निजी हाथों में सौंपने का निर्णय लिया था। अब रेलवे अपने इसी कदम पर आगे बढ़ रहा है। दूसरी ट्रेन का भी ऐलान जल्द किया जाएगा।