
नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए अमेरिका ने स्थिति पर चिंता
जताई है। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत के विदेश मंत्री
सुब्रह्मण्यम जयशंकर से टेलीफोन पर बातचीत की और दोनों देशों से संयम बरतने
की अपील की।
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया
कि सचिव रुबियो ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे संवाद को प्रोत्साहित
किया और कहा कि अमेरिका इस दिशा में अपने समर्थन को दोहराता है। उन्होंने
यह भी स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान को आपसी संचार प्रणाली को मजबूत
करने की आवश्यकता है ताकि किसी गलतफहमी से टकराव की स्थिति और न बढ़े।
सचिव
रुबियो ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले को लेकर
भारत के साथ अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में
अमेरिका की प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया।
रुबियो का ट्वीट: “स्थिति पर नज़र, संवाद की उम्मीद”मार्को
रुबियो ने भारत-पाकिस्तान तनाव को लेकर अपने X अकाउंट पर भी एक बयान जारी
किया। उन्होंने लिखा: “भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती स्थिति पर हमारी
करीबी नजर बनी हुई है। मैं राष्ट्रपति ट्रंप की आज की टिप्पणी से पूरी तरह
सहमत हूं। हमें उम्मीद है कि दोनों पक्ष जल्द ही तनाव कम करेंगे और हम
शांति की दिशा में भारतीय और पाकिस्तानी नेतृत्व के साथ संवाद जारी
रखेंगे।”
रुबियो का यह बयान ऐसे समय आया है जब दोनों देशों के बीच
सैन्य गतिरोध गहराता जा रहा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस पर पैनी निगाह
रखे हुए है।
भारत और पाकिस्तान के बीच इस समय हालात बेहद तनावपूर्ण हो चुके हैं। नियंत्रण रेखा (LoC) पर लगातार हो रही गोलीबारी और सीमापार से हो रहे ड्रोन व मिसाइल हमलों ने पूरे क्षेत्र में युद्ध जैसे हालात बना दिए हैं। 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारत द्वारा की गई सटीक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से लगातार उकसावे की कोशिशें जारी हैं।
गुरुवार को भी पाकिस्तान ने एलओसी पर मोर्टार और गोले दागे, वहीं कई इलाकों में ड्रोन और मिसाइल से हमले की कोशिश की गई, जिन्हें भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने समय रहते नाकाम कर दिया। जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है।
इस उकसावे का जवाब भारत ने बेहद निर्णायक तरीके से दिया। भारतीय वायुसेना ने लाहौर और सियालकोट में स्थित आतंकी ठिकानों पर जवाबी हमले किए, जिनमें महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया गया है। सूत्रों के मुताबिक, इन हमलों का उद्देश्य आतंक को संरक्षण देने वाली पाकिस्तान की नीति को सीधी चुनौती देना है।
तनाव की स्थिति बनी हुई, पर भारत का रुख स्पष्टपाकिस्तान की ओर से लगातार हो रहे हमलों और भारत की जवाबी कार्रवाइयों ने दक्षिण एशिया में अस्थिरता की स्थिति को और गहरा कर दिया है। भारत की रणनीति स्पष्ट है — आतंकी गतिविधियों पर कोई नरमी नहीं बरती जाएगी और हर उकसावे का जवाब निर्णायक रूप से दिया जाएगा।
अमेरिका जैसे वैश्विक शक्तियों का हस्तक्षेप फिलहाल तनाव को कूटनीतिक तरीके से हल करने का प्रयास है, लेकिन जमीन पर सैन्य तैयारियां और चौकसी अपने चरम पर हैं।