भारत में जुलाई तक होंगे 21 लाख संक्रमित, क्या सच होगा वैज्ञानिक का दावा!

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक बार फिर से चेतावनी जारी की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेडरॉस अधनॉम ने कहा कि कोरोना वायरस से अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। दुनियाभर में कोरोना से हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। टेडरॉस अधनॉम ने ये बातें मंगलवार को प्रेस ब्रीफिंग में कहीं। उन्होंने कहा कि 24 घंटे में कोरोना के 1,36,000 नए मामले सामने आए हैं। सिर्फ अमेरिका और दक्षिण एशिया में कोरोना के 75% मामले सामने आए हैं। इतना ही नहीं वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने भारत (India) समेत दक्षिण एशियाई देशों के लिए अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि यहां रहने वाली बड़ी आबादी कोरोना वायरस का शिकार हो सकती है। आपको बता दे, एक भारतीय मूल की वैज्ञानिक भ्रमर मुखर्जी (Bhramar Mukherjee) ने 23 मई को दावा किया था कि जुलाई के पहले हफ्ते तक देश में 21 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो सकते हैं और केस हर 13 दिन में डबल हो जाएंगे। इससे पहले प्रोफ़ेसर मुखर्जी की टीम ने ही अप्रैल में सबसे पहले बताया था कि मध्य मई तक भारत में संक्रमितों की संख्या 1 लाख से ज्यादा हो जाएगी।

वहीं, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी मंगलवार को एक आकलन के आधार पर बताया कि जुलाई अंत तक दिल्ली में 5.5 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो सकते हैं। दिल्ली सरकार का अनुमान है कि राज्य में 12 से 13 दिन में कोरोना के केस डबल हो रहे हैं, ऐसे में भ्रमर मुखर्जी का आकलन सच साबित होता नज़र आ रहा है। 15 जून तक राष्ट्रीय राजधानी में 44 हजार मामले होने की आशंका है। इस अनुमान के मुताबिक 30 जून तक दिल्ली में 1 लाख कोरोना केस हो जाएंगे।

भारत सबसे ज्यादा कोरोना वायरस के मामलों के साथ दुनिया में छठे और एशिया में पहले नंबर पर है। यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन और जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी ने कोरोना मॉडल के जरिए चेतावनी दी है कि भारत में जुलाई के पहले हफ्ते तक 21 लाख लोग संक्रमण के शिकार हो सकते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन में बॉयोस्टैटिस्टिक्स और महामारी रोग विशेषज्ञ प्रोफ़ेसर भ्रमर मुखर्जी ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि उन्होंने भारत के लिए तैयार किए गए एक मॉडल के जरिए पहले ही चेतावनी जारी की थी कि भारत में स्थिति और काफी गंभीर हो सकती है।

प्रोफ़ेसर भ्रमर मुखर्जी का कहना है कि भारत में संक्रमण के मामलों का बढ़ना अभी कम नहीं हुआ है, सरकारी आंकड़ों के मुताबिक ही भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले हर 13 दिन में डबल हो रहे हैं। ऐसे में सरकार का लॉकडाउन से जुड़ी पाबंदियों में ढील देना मुश्किलें बढ़ा सकता है।

महाराष्ट्र की बात करे तो यहां बढ़ते संक्रमण ने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। यहां तो कोरोना के केस 10 दिन में ही दोगुने हो जा रहे हैं। महाराष्ट्र में अभी तक 88 हजार से ज्यादा कोरोना के केस सामने आ चुके हैं जबकि 3 हजार 100 से ज्यादा लोगों की इससे मौत हो गयी है।

भारत की स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर चिंतित

जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी और मुखर्जी की टीम ने भारत में मौजूद स्वास्थ्य सेवाओं और अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर्स की कमी पर भी चिंता जाहिर की है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक़ भारत में इस समय तकरीबन 7 लाख 14 हजार हॉस्पिटल बेड्स हैं जबकि साल 2009 में ये संख्या लगभग 5 लाख 40 हजार थी। संक्रमण के मामलों की संख्या के लिहाज से फिलहाल टॉप-10 की लिस्ट में सबसे ऊपर अमेरिका है, फिर ब्राज़ील, रूस, ब्रिटेन, स्पेन, इटली, फ्रांस, जर्मनी और तुर्की के नाम हैं।

बता दें कि दुनिया में कोरोना वायरस के फिलहाल 71 लाख 36 हजार 366 केस सामने आ चुके हैं। जबकि, 4 लाख 6 हजार 807 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, भारत में कोरोना मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे के अंदर 9 हजार 987 नए मामले सामने आए हैं और 266 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कुल मरीजों की संख्या 2 लाख 66 हजार 598 हो गई है, जिसमें 7 हजार 466 लोगों की मौत हो चुकी है।

बता दे, भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 लाख 67 हजार 614 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सुबह अपने आंकड़े जारी किए। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 9987 मामले सामने आए और 331 मौतें हुईं। इसके साथ, देश में 2 लाख 66 हजार 598 केस हो गए हैं। इनमें 1 लाख 29 हजार 917 एक्टिव केस हैं और 1 लाख 29 हजार 215 लोगों की अस्तपाल से छुट्टी हो गई है। अब तक देश में 7466 मौतें हो चुकी हैं।