6 दिनों में चीन में बनाया जायेगा विशेष अस्पताल, कोरोना वायरस के मरीजों का होगा इलाज

तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के कहर से निपटने के लिए चीन ने तैयारी तेज कर दी है। बीमारी को रोकने के लिए आपात कदम उठाते हुए वुहान समेत तीन शहरों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। वुहान, हुआंग्गांग और इजोऊ में सिटी बसों सहित सार्वजनिक यातायात के सभी साधन, सब-वे, नाव, ट्रेन और हवाई जहाज सेवाएं बंद कर दी गई हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित शहर वुहान के प्रशासन ने सिर्फ 6 दिन में एक डेडिकेटेड अस्पताल बनाने के आदेश दिए हैं। ताकि इस घातक वायरस को फैलने से रोका जा सके। इस वायरस से अब तक चीन में 17 की मौत हो चुकी है और 594 लोग इससे संक्रमित पा गए हैं।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रशासन ने सरकारी निर्माण कंपनी को कैडियन जिले में एक इमरजेंसी अस्पताल को डिजाइन करने और बनाने का जिम्मेदारी दी है। शुक्रवार तक चाइना कन्स्ट्रक्शन थर्ड इंजीनियरिंग ब्यूरो के कर्मचारी अस्पताल का डिजाइन तैयार कर लेंगे। वैसे अभी तक निर्माण के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है लेकिन कहा जा रहा है कि यह अस्पताल दो मंजिला हो सकता है। वुहान स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है। आने वाले वक्त में हम लंबी लाइन देख सकते हैं, ऐसे में अस्पतालों में बेड की कमी पड़ जाएगी।

वही इसके साथ चीन सरकार ने नागरिकों को आगाह किया गया है कि बिना महत्वपूर्ण वजह बताए शहर न छोड़ें। ऐसा करते हैं तो उन्हें सजा दी जाएगी। इस पाबंदी से करीब दो करोड़ लोग अपने-अपने शहरों में कैद हो गए हैं। वुहान के पर्यटन अधिकारियों ने सभी क्षेत्रीय एजेंसियों को 22 जनवरी से आठ फरवरी तक सभी तरह के पर्यटन पर रोक लगाने के लिए कहा है। विदेशों से आ रहे सभी ग्रुप टूर भी 30 जनवरी तक रद कर दिए गए हैं, पैसा लौटाने को कहा गया है। पांच सितारा होटलों को चेताया गया है कि वे आठ फरवरी तक अपने सभी आयोजन रद कर दें। इस बीच कई अन्य देशों में भी कोरोना वायरस मिलने की पुष्टि हुई है। थाईलैंड में चार, और अमेरिका, ताइवान, जापान, कोरिया गणराज्य में एक-एक केस मिले हैं। हांगकांग और मकाओ में भी कई मरीज मिले हैं।

बता दे, कोरोना वायरस का पहला केस वुहान शहर में 31 दिसंबर को मिला था। कोरोनो वायरस एसएआरएस (सीवियर एक्यूट रेसिपिरेटरी सिंड्रोम-सार्स) जैसा होने के कारण खतरा बना हुआ है। गुरुवार सुबह वुहान से बाहर जाने वाली सभी उड़ानों और ट्रेनों को बंद कर दिया गया था

2002-2003 में सार्स वायरस से चीन और हॉन्गकॉन्ग में लगभग 650 लोग मारे गए थे। उस वक्त भी छह एकड़ में सिर्फ 7 दिनों में एक अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया था। इसमें 1000 बेड की व्यवस्था थी। इसमें करीब 7 हजार बिल्डर ने सहयोग दिया था।

केरल की नर्स भी कोरोना वायरस की चपेट में

वहीं तेजी से अपने पैर पसार रहा कोरोना वायरस की चपेट में एक भारतीय नर्स आ गई है। यह नर्स सऊदी अरब में कार्यरत केरल की रहने वाली है। भारतीय नर्स के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने की खबर मिलने के बाद केरल के साथ-साथ भारत सरकार की चिंता बढ़ा दी है। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने गुरुवार को ट्वीट के जरिए इस बात की जानकारी दी। ट्वीट में उन्होंने लिखा कि जो महिला नर्स इस वायरस की चपेट में आई है वह फिलहाल सऊदी अरब में कार्यरत है। वायरस से प्रभावित नर्स का इलाज अस्पताल में चल रहा है और वह दिन पर दिन पहले से ठीक हो रही हैं। सऊदी अरब में काम करने वाली 100 नर्सों की जांच की गई थी जिनमें से एक नर्स इस वायरस से पीड़ित मिली। असीर नेशनल हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है और वह स्वस्थ हो रही हैं। भारतीय वाणिज्य दूतावास के लोग अस्पताल प्रबंधन और सऊदी के विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं। हमने अपने दूतावास से हरसंभव सहायता पहुंचाने के लिए कहा है।