खौफ! तालिबान के कब्जे के बाद काबुल में दीवारों से मिटाई जा रहीं महिलाओं की तस्वीरें

तालिबान आतंकवादियों ने आज अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर भी कब्जा जमा लिया है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अपनी कोर टीम के साथ देश छोड़ दिया है। इस बीच अफगानिस्तान से सामने आई एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में बनी हुई है। इस तस्वीर में एक पुरुष दीवार पर पेंट की गई महिलाओं की तस्वीरों को पेंट से ढंकता नजर आ रहा है। यह तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट की गई है। दरअसल, तालिबान के काबुल में घुसने के साथ ही महिलाओं में खलबली-सी मच गई है और वे सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगा रही हैं। बता दें कि साल 2002 से पहले तालिबान ने अफगानिस्तान में शरीया कानून लागू किया था। इस कानून के तहत सजा के तौर पर व्यभिचार करने पर पत्थर मारना, चोरी करने पर अंगों को काटना और 12 साल से अधिक उम्र की लड़कियों को स्कूल जाने से रोकना शामिल था।

हालाकि, इस बार तालिबान के एक अधिकारी ने कहा है कि किसी भी गुनाह की सजा देने का फैसला अदालतें करेंगी। इसके अलावा अधिकारी ने कहा कि महिलाओं को अकेले घर से बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी। वे पढ़ाई भी कर सकेंगी और उन्हें काम पर भी जाने की इजाजत होगी। हालांकि जिन इलाकों में तालिबान का कब्जा है वहां से कुछ और ही खबरें आ रही हैं। महिलाओं को घर के किसी पुरुष सदस्य के बिना बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। वहीं, कुछ महिला कर्मचारियों को बताया गया है कि उनकी जगह अब पुरुष नौकरी करेंगे। इसके अलावा महिलाओं को बुर्का पहनने को कहा जा रहा है। कंधार में एक बैंक में काम करने वाली महिलाओं से कहा गया कि उनकी नौकरी अब उनके पुरुष रिश्तेदार करेंगे। वहीं, महिलाओं को अकेले बाहर नहीं जाने और बुर्का पहनने के लिए मजबूर किए जाने की खबरें भी आई हैं।