भारत के हवाई क्षेत्र में पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों के घुसने और पड़ोसी देश में भारतीय वायुसेना के एक पायलट को हिरासत में लिए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल, थल और वायु सेना के प्रमुखों से लंबी मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि तीनों सेना प्रमुखों से मुलाकात के बाद पीएम ने उन्हें फैसले लेने की पूरी आजादी दे दी है।
सूत्रों ने बताया कि बुधवार शाम तीनों प्रमुखों ने प्रधानमंत्री से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की और उन्हें सुरक्षा के ताजा परिदृश्य की जानकारी दी। इससे पहले, दिन में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में सुरक्षा और खुफिया विभाग के शीर्ष अधिकारी जुटे। पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर मंगलवार सुबह किए गए भारत के हवाई हमले के बाद हुए नये घटनाक्रम के मद्देनजर वे पीएमओ पहुंचे थे।
इससे पहले बुधवार सुबह पाकिस्तान के फाइटर प्लेन F16 को भारतीय सेना ने मार गिराया था। हालांकि इस दौरान भारतीय वायुसेना के लापता विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तानी जमीन पर पकड़े गए। पाकिस्तान सेना के मीडिया विंग के प्रमुख मेजर जनरल आसिफ गफूर ने बुधवार को कहा कि भारतीय वायुसेना का एक पायलट उनके कब्जे में हैं। इससे पहले बुधवार सुबह पाकिस्तान ने दावा किया था कि वायुसेना के दो पायलट उनके पास हैं।
सरकार ने पाकिस्तान से लगी हजारों किलोमीटर लंबी सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। बॉर्डर इलाके पर तैनात जवानों की छुटि्टयां रद्द कर दी गई हैं। दूसरी तरफ दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने एक बयान जारी किया कि सिक्योरिटी एजेंसी से मिली सलाह पर मेट्रो की सभी लाइनों पर रेड अलर्ट जारी कर दिया है।देश की मौजूदा हालात पर देश की प्रमुख विपक्षी राजनतिक पार्टियों ने भी केंद्र सरकार को पूरा समर्थन किया है। 21 दलों की बैठक के बाद सभी नेताओं ने 14 फरवरी की पुलवामा हमले की कड़ी भर्त्सना की है। सभी दलों ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में 26 फरवरी को हुए एयर स्ट्राइक का समर्थन किया है। सभी दलों ने पाकिस्तान द्वारा हमारे एक विमान गिराने पर पायलट की सुरक्षा को लेकर चिंता भी जाहिर किया है।