सावधान! कितने सुरक्षित हैं आप मोबाइल के साथ, ये जरूर पढ़ें

आज सुबह अचानक इक दोस्त का मेसेज आया और उसने जो बात बताई वो वाकई में चौंकाने वाली थी। हाल ही में उसने एक नया मोबाइल ऑनलाइन आर्डर किया था जिसके सारे फीचर जानने परखने के बाद ही आर्डर किया था। यह मोबाइल चलते चलते बुरी तरह फट गया और इसमें आग लग गई।

 हालाँकि गनीमत यह रही के इस समय किसी को चोट नहीं आई पर ये जानलेवा भी हो सकता था।

बेशक हम इस तरह की घटनाएँ रोज़ अख़बारों या न्यूज़ चैनल्स पर देखते –पढ़ते रहते है लेकिन सवाल यह है की इस तरह की घटनाएँ आखिर लगातार क्यूँ हो रही है ? लगातार किसी न किसी के इस तरह की दुर्घटनाओं में हताहत होने की खबर आती रहती है पर शायद ही इस पर अमल हो पा रहा है।

आखिर क्या है कारण?

 बड़ा सवाल यह है की कम्पनियां जब सारे मानक स्तर के उपकरण इन मोबाइल्स में लगाने का दावा करती है तो इस तरह की घटनाएँ क्यूँ हो रही है या मानक स्तर को दरकिनार करते हुए घटिया दर्जे की बैटरी और अन्य कई उपकरण इन मोबाइलों के निर्माण के दौरान प्रयोग में लाये जाते हैं। सीधे टूर पर हम यह कह सकते है की यह सब उपभोक्ता की सुरक्षा को अनदेखा करना है। कम्पनियां अपने घटिया उत्पादों को भी बाज़ार में मुनाफे के लिए बेच देती है फिर चाहे इससे किसी की जान पर ही क्यों न बन आये।

उपभोक्ता होने के नाते ये आपका अधिकार है कि आप अपने पैसों के बदले पूरा पैसा वसूल उत्पाद खरीदें। इस तरह के उतापदों का हमें पुरजोर विरोध करना चाहिए और उपभोक्ता मंचों पर भी शिकायत दर्ज करवा सकते है।