हिमाचल प्रदेश : प्रत्येक व्यक्ति का किया जाएगा IGG टेस्ट, पता चलेगा बिना जांच और इलाज के कितनों ने दी कोरोना को मात

कोरोना का बढ़ता कहर और मामले चिंता बढ़ाने वाले हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लोगों को लगातार अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत करने की बात की जा रही हैं। बीते दिनों में दिल्ली और पुणे में सीरे सर्वे किया गया था जिसमें सामने आया था कि कई लोग कोरोना संक्रमित होकर बिना जांच और इलाज के भी ठीक हुए हैं और उनमें एंटीबॉडीज बनने लगी हैं। इसे देखते हुए अब हिमाचल प्रदेश में सभी लोगों का इम्यूनो ग्लोबुलिन जी (IGG) टेस्ट कराया जाएगा जिससे पता चलेगा कि बिना जांच और इलाज के कितनों लोगों ने कोरोना को मात दी हैं। ऐसे लोगों को स्वास्थ्य विभाग प्रमाण पत्र भी जारी करेगा।

इस टेस्ट किट का टेंडर प्रदेश सरकार ने फाइनल कर दिया है। सरकार को प्रति किट 90 रुपये चुकाने होंगे, जबकि लोगों को अस्पतालों में टेस्ट सुविधा निशुल्क मिलेगी। विशेषकर इस टेस्ट से यह पता चल जाएगा कि प्रदेश के कितने लोगों को कोरोना महामारी ने गिरफ्त में लिया, लेकिन मजबूत इम्यून सिस्टम के चलते पीड़ित को इस बीमारी का पता भी नहीं चला और ठीक भी हो गए।

माह में अस्पतालों में 2 बार टेस्ट के लिए ओपीडी होगी। स्वास्थ्य विभाग से मिले प्रमाणपत्र को दिखाकर व्यक्ति बेरोकटोक कहीं भी आ-जा सकेगा। बॉर्डर एरिया पर ऐसे लोग नहीं रोके जाएंगे। हिमाचल में अभी बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों का पंजीकरण होता है। प्रदेश में एंट्री के लिए कोविड-19 टेस्ट करना होता है। इसके अलावा क्वारंटीन की व्यवस्था है। इन सभी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद प्रदेश में प्रवेश मिलता था। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि हिमाचल में कई ऐसे लोग है, जिनको कोरोना हुआ, लेकिन इम्यून सिस्टम मजबूत होने से वे खुद ठीक हो गए।

आरडी धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि प्रदेश के हर व्यक्ति का आईजीजी टेस्ट होगा। मेडिकल कॉलेजों के अलावा अन्य छोटे अस्पतालों में यह सेवा उपलब्ध होगी। जो व्यक्ति अपने आप ठीक हुए है, उन्हें प्रमाण पत्र मिलेगा। वे कहीं भी बेरोकटोक आ-जा सकेंगे।