भारत में कोरोना के बढ़ते कदम, 6 कंफर्म्ड केस

चीन में कोहराम मचाने वाले कोरोना वायरस (Coronavirus) दूसरे देशों में भी अपने पैर पसार रहा है। भारत में भी कोरोना वायरस तेजी से अपने कदम बढ़ा रहा है। केरल के बाद अब राजधानी दिल्ली समेत देश के दूसरे हिस्सों में कोरोनो वायरस से संक्रमित लोगों की पुष्टि हुई है। दिल्ली, जयपुर और तेलंगाना में एक-एक पॉजिटिव केस सामने आने के बाद अब इस जानलेवा वायरस ने यूपी के नोएडा और आगरा में भी पैर पसार लिए हैं। खतरे को भांपते हुए केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारें भी एक्टिव हो गई हैं और हर तरह की सावधानी बरती जा रही है।

इटली से लौटे शख्स का टेस्ट पॉजिटिव

कोरोना का जो नया केस पूरी हलचल का केंद्र बिन्दू बना है, वो दिल्ली का है। दिल्ली निवासी यह शख्स इटली से लौटा था। इटली वाले शख्स ने 28 फरवरी को अपने बेटे के बर्थडे की पार्टी दिल्ली के नामी गिरामी होटल में रखी और वहीं से यह शक गहराने लगा कि हो न हो कोरोना के संक्रमण में कुछ और लोग न आए हों। इस शक के आधार पर नोएडा के दो नामी स्कूलों को बंद कर उन्हें संक्रमण से रहित किया गया और पता चला कि दो ही नहीं बल्ति चार और लोग हैं जो कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।

होटल स्टाफ को अलग रहने का निर्देश

दिल्ली के जिस होटल में पार्टी हुई उसने मंगलवार को अपने कर्मचारियों को 14 दिनों तक अलग (सेल्फ-क्वैरनटाइन) रहने का निर्देश दिया। 28 फरवरी को दिल्ली के कोविड-19 (Covid 19) मरीज के होटल में डिनर करने का मामला सामने आने के बाद होटल ने यह कदम उठाया है। हालांकि, होटल ग्राहकों के लिए खुला है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की ओर से होटल को सेनिटाइज करने के बाद होटल ने एक बयान जारी कर कहा कि वह एहतियातन यह कदम उठा रहा है।

बयान में कहा गया है कि यह खबर मिलने के बाद प्रशासन की सलाह के अनुरूप, होटल ने विशेष एहतियाती प्रोटोकॉल को लागू कर दिया है, जिसमें रेस्तरां, सहयोगियों के लॉकर्स, सभी सार्वजनिक स्थानों, होटल के सभी मीटिंग एरिया की गहन सफाई की जा रही है।

बयान में कहा गया है कि 28 फरवरी को जो स्टाफ रेस्तरॉ में उपस्थित थे, उन सभी को 14 दिनों के लिए अलग रहने को कहा गया है। इसके अलावा होटल रोजाना अपने सभी कर्मचारियों और ठेकेदारों के शरीर का तापमान भी बिल्डिंग में प्रवेश करते समय और निकलते समय चेक कर रहा है।

कोरोना का आगरा कनेक्शन

दिल्ली-नोएडा के अलावा आगरा के छह मरीज कोरोना वायरस के संदिग्ध बताए जा रहे हैं। आगरा जिला अस्‍पताल में सोमवार को 13 लोगों की जांच हुई थी। दरअसल, आगरा के दो कारोबारी भाई भी इटली गए थे। 25 फरवरी को वे परिवार सहित वापस वापस लौट आए। इस बीच इटली से लौटे दिल्‍ली वाले परिवार के एक सदस्‍य को सर्दी जुकाम हुआ। शक होने पर जांच कराई गई तो कोरोना वायरस से संक्रमित होने का पता चला। ये बात जब आगरा वाले परिवार को पता चली तो वे भी जिला अस्‍पताल में जांच के लिए पहुंचे।

आगरा में रैपिड रिस्पॉन्स टीम ने 13 लोगों की स्क्रीनिंग की और इन सभी के सैंपल जांच के लिए लखनऊ भेजे गए। मंगलवार को आई रिपोर्ट में 13 लोगों में से 6 लोगों की रिपोर्ट अति संदिग्ध निकली जिसके बाद उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भेज दिया गया।

पूरी तैयारी में स्वास्थ्य विभाग

राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस की खबर से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। कोरोना वायरस के संदिग्ध 13 लोगों के संपर्क में आए लोगों की भी जांच शुरू हो गई है। उधर, नोएडा के स्कूली छात्रों में कोरोना वायरस की खबर आने के बाद स्कूल में भी हड़कंप मच गया। नोएडा के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अनुराग भार्गव खुद स्कूल पहुंचे और स्कूल में जांच पड़ताल की। डॉ। भार्गव ने साफ किया कि फिलहाल इटली से आया शख्स ही कोरोना वायरस से संक्रमित है, बाकी परिवार में किसी में ऐसे लक्षण नहीं मिले हैं।

एयरपोर्ट पर अलर्ट

इटली से दिल्ली आए शख्स में कोरोना वायरस के संक्रमण की खबर से एयरपोर्ट पर अलर्ट हो गया है। विदेश से आने वाले हर शख्स की स्क्रीनिंग हो रही है। एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग मशीनें लगा दी गई हैं। राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस की दस्तक ने दिल्ली सरकार की भी नींद उड़ा दी है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों के बीच कोरोना वायरस को लेकर भी बातचीत हुई। कोरोना वायरस को लेकर नोएडा, ग्रेटर नोएडा के सरकारी अस्पतालों में एहतियात बरती जा रही है। इसके लिए अलग वार्ड बना दिए गए हैं।

तेलंगाना में इंजीनियर को संक्रमण

तेलंगाना में भी कोरोना वायरस के संक्रमण का एक मामला सामने आया है। इस बीमारी का पीड़ित एक इंजीनियर है, जिसने हैदराबाद और दुबई की यात्रा की थी। सोमवार को हुए टेस्ट में उसका सैंपल पॉजिटिव पाया गया। इसी के साथ तेलंगाना में कोविड 19 (कोरोना वायरस) का यह पहला मामला सामने आया। तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ने सोमवार को इस बीमारी की पुष्टि की। 24 साल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर में यह बीमारी पाई गई है।

तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ने उन खबरों का खंडन किया जिसमें बताया गया था कि एक परिवार के कुछ लोग कोरोना की चपेट में है। उन्होने कहा कि जो शख्स दुबई से आया था उसे छोड़कर किसी में भी संक्रमण नहीं पाया गया। दुबई से आने वाले शख्स के संपर्क में कुल 88 लोग आए थे जिनमें 45 लोगों के ब्लड सैंपल को टेस्ट के लिए भेजा गया है और बाकियों का भी भेजा जाएगा।

जयपुर में भी मिला मरीज

राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी कोरोना वायरस का एक केस सामने आया है। सवाई मान सिंह (एसएमएस) अस्पताल में इटली से जयपुर आए एक यात्री की जांच रिपोर्ट सोमवार को पॉजिटिव पाई गई है। टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में अपने आधिकारिक निवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्देश दिया कि कोरोना वायरस के संबंध में केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जाए और अगर किसी भी पर वायरस से संक्रमित होने का शक है तो उसकी पूरी जांच की जाए।

अशोक गहलोत ने यह भी निर्देश दिया कि इटली से आए संदिग्ध कोरोना वायरस के रोगी के यात्रा की जानकारी हासिल की जाए और उन लोगों की जांच की जाए जिनके साथ यह व्यक्ति यात्रा के दौरान संपर्क में आया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति स्क्रीनिंग के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित मिलता है तो उस व्यक्ति को घर में या अस्पताल में एक आइसोलेशन वार्ड में रखा जाए।

कोरोना वायरस से लड़ा केरल

केरल में सबसे पहले कोरोना वायरस के तीन पॉजिटिव केस मिले थे। हालांकि केरल ने इस बीमारी पर बड़ी जीत हासिल की और अब तीनों मरीज चंगे हैं। तीनों मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। पिछले महीने कोरोना वायरस से संक्रमित तीसरे मरीज की स्थिति में सुधार होने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इससे पहले केरल के दो मरीजों को कोरोना वायरस से सही होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। इसमें एक का इलाज कसारगोड के कंझनगढ़ सरकारी अस्पताल में चल रहा था, जबकि दूसरे छात्र का अलप्पुझा मेडिकल कॉलेज में अस्पताल चल रहा था। दोनों के सेहत में सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। केरल सरकार ने कहा, अब तक संदिग्ध कोरोना वायरस मामले के 418 नमूने परीक्षण के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी को भेजे गए, जिनमें से 405 के रिजल्ट नेगेटिव आए। वहीं कोरोना वायरस से संक्रमित तीन लोगों की पुष्टि हुई थी, जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

सरकार ने जारी की एडवाइजरी


कोरोना वायरस से लड़ने के लिए केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी में चीन, इटली, जापान, ईरान और साउथ कोरिया से आने वाले यात्रियों पर रोक लगाई गई है। इसी के साथ भारत के यात्रियों पर भी इन देशों में जाने पर रोक लग गई है। एयर इंडिया ने जून तक शंघाई और हॉन्गकॉन्ग की उड़ान रद्द कर दी है।

इसी क्रम में मंगलवार को दिल्ली सरकार ने एक इमरजेंसी बैठक की जिसमें उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे पास उपचार के लिए 8000 से अधिक किट मौजूद है।

मनीष सिसोदिया ने कहा कि अलग-अलग अस्पतालों में 230 खास बेड तैयार किए जा रहे हैं। इसके लिए दिल्ली के 25 अलग-अलग अस्पतालों को चुना गया है। कोरोना वायरस के उपचार की जिम्मेदारी जिन अस्पतालों को सौंपी गई है, उनमें 19 सरकारी और छह निजी अस्पताल शामिल हैं। दिल्ली सरकार ने 12 केंद्रों पर कोरोना वायरस के संदिग्ध रोगियों के मेडिकल टेस्ट की व्यवस्था भी की है।

इसके साथ ही दिल्ली से सटे नोएडा में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और यहां स्थित 1,000 से अधिक देशी-विदेशी कंपनियों को कोरोना वायरस अलर्ट नोटिस दिया गया है। गौतमबुद्ध नगर के सीएमओ अनुराग भार्गव ने बताया कि नोटिस में सभी कंपनियों से कहा गया है कि यदि उनका कोई कर्मचारी विदेश गया है तो उसके भारत लौटने पर स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी जाए।

कोरोना वायरस से लड़ने के लिए भारत तैयार


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन का कहना है कि सरकार पहले दिन से ही कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट पर है। जब चीन में फैले कोरोना वायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ग्लोबल इमरजेंसी घोषित की, उससे पहले ही भारत अलर्ट मोड पर आ गया था। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश में कोरोना वायरस व्यापक स्तर पर न फैल सके इसके लिए पहले ही भारत सरकार ने हर तरह की तैयारियां की हैं। सारे देश के अंदर राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन से हर दिन संपर्क किया जा रहा है। छोटे स्तर से लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय तक हर विभाग एक-दूसरे के साथ संपर्क में बना हुआ है।

डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि हर अस्पताल की मॉनिटरिंग की जा रही है। देश के 21 एयरपोर्ट पर 17 जनवरी के बाद से ही हम सक्रिय हो गए थे। एयरपोर्ट पर 5,89,438 यात्रियों की स्क्रीनिंग कर चुके हैं। देश के अंदर करीब 65 छोटे और 12 बड़े बंदरगाह हैं, जहां 15,415 यात्रियों की स्क्रीनिंग हो चुकी है।

डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि जिस दिन पहला केस नेपाल में आया था, तभी यूपी और उत्तराखंड, बिहार, सिक्किम और नेपाल सीमा से सटे जगहों पर 10 लाख से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। कोरोना वायरस को लेकर ग्रामसभाओं में भी जागरूकता अभियान भारत सरकार ने चलाया है। देश के अंदर 15 बड़े लैब स्थापित किए गए हैं, जिन्हें बढ़ाकर 19 किया जा रहा है। 1 लैब ईरान के अंदर स्थापित करेंगे। जो भी भारतीय ईरान ने कोरोना वायरस नेगेटिव पाए जाएंगे, उन्हें भारत लाया जाएगा।

आपको बता दे, भारत में कोरोना वायरस के 6 केस हो गए हैं। हालांकि, केरल के तीनों मरीज पहले ही ठीक चुके हैं। जिसके बाद अब दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में कोरोना का खतरा दिखाई दे रहा है।