तालिबान ने मंगलवार को अफगानिस्तान में अपनी नई सरकार के घठन का ऐलान कर दिया है। ऐसे में बुधवार को जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने इस पर श्रीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में मीडिया के सामने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि अफगानिस्तान में तालिबान अच्छा शासन करेगा। हालांकि उनके इस बयान का बीजेपी ने विरोध किया है।
मीडिया से बातचीत में फारूक अब्दुल्ला ने कहा है, 'मुझे उम्मीद है कि अफगानिस्तान में तालिबान इस्लामिक नियमों के आधार पर अच्छा शासन करेगा और मानवाधिकारों का सम्मान करेगा। उन्हें सभी देशों के साथ दोस्ताना संबंध बनाने चाहिए।'
तालिबान पर फारूक अब्दुल्ला के बयान पर बीजेपी ने विरोध जताया है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता निर्मल सिंह ने कहा है कि तालिबान महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करता है और फारूक अब्दुल्ला उसका पक्ष ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस देश में मुस्लिम अल्पसंख्यक हैं, वहां फारूक अब्दुल्ला सेक्युलरिज्म चाहते हैं और जहां मुस्लिम बहुसंख्यक हैं, वहां वह इस्लामिक नियम चाहते हैं।