जयपुर : होली के रंगों में छाया कोरोना का साया, बिना भीड़ के होगा होलिका दहन

होली का त्यौहार आ चुका हैं जिसमें हर बार एक उमंग होती हैं लेकिन इस बार कोरोना के चलते वह उमंग खोती हुई नजर आ रही हैं। होली के त्यौहार पर बड़े स्तर पर होलिका दहन किया जाता हैं। लेकिन इस बार होलिका दहन बिना भीड़ के होगा। गृह विभाग ने 28 व 29 मार्च को सभी तरह के सार्वजनिक और धार्मिक कार्यक्रमों पर पूरी तरह रोक लगा दी है। ऐसे में इस बार जयपुर सहित प्रदेश के दूसरे सभी शहराें में होली का रंग फीका रहेगा। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राहुल प्रकाश ने बताया कि होलिका दहन कार्यक्रम पर कोई रोक नहीं है। लेकिन भीड़ नहीं जुटने दी जाएगी। कई स्थानों जैसे होटल, रिसॉर्ट, पार्क या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर रंग खेलने के लिए बड़े आयोजन किए जाते हैं। इस पर पूरी रोक रहेगी। होली पर इस बार गाड़ियों पर निकलने वाली टोलियों पर भी निगरानी रखी जाएगी और पकड़े जाने वालाें के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

राजस्थान में पिछले एक साल से कोरोना के साए में मनाए तमाम त्यौहारों की सूची में अब होली भी शामिल हो रही है। हालांकि, होलिका दहन की रस्म अदा की जाएगी। लेकिन वहां भी भीड़ जुटाने पर रोक रहेगी। जयपुर में हर साल सिटी पैलेस में पूर्व राजपरिवार की तरफ से बड़े स्तर पर होलिका दहन कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। यह परंपरा रियासतकाल से चली आ रही है। इसमें सबसे पहले पूर्व राजपरिवार होलिका दहन करता है। यहीं से लोग होलिका की लौ लेकर जगह-जगह होलिका दहन करते हैं। लेकिन इस बार ये परंपरा सिर्फ पूर्व राजपरिवार सदस्यों की मौजूदगी में निभाई जाएगी। न कोई धूम धड़ाका होगा, न ही कोई रंगारंग कार्यक्रम और न होलिका दहन के बाद आंच लेने के लिए शहरवासियों का हूजूम उमड़ेगा।

इधर, जयपुर के खासाकोठी परिसर सहित अन्य कई जगहों पर सामूहिक होली उत्सव मनाया जाता है। पर्यटन विभाग की ओर से खासाकोठी में देश-विदेश से आने वाले मेहमान भी रंग उत्सव का आयोजन किया जाता है। लेकिन इस बार वह नहीं होगा। आराध्यदेव गोविंद देव जी मंदिर में हर साल होली का उत्सव (फागोत्सव) होली के दिन होता है। इस बार होगा या नहीं इस पर आज या कल निर्णय किया जाएगा।