हिमाचल में कांग्रेस की हार के बाद वीरभद्र का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा

हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार के एक दिन बाद मंगलवार को कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह ने मुख्यमंत्री पद से व मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को अपना इस्तीफा सौंप दिया। वीरभद्र ने कहा, 'मैं अपनी पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेता हूं।' उन्होंने जनादेश को स्पष्ट रूप से स्वीकार करते हुए कहा, 'किसी को विजयी बनान जनता का निर्णय है। यह उनका अधिकार है'।

बयान के मुताबिक, राज्यपाल ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। राज्यपाल ने उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था होने तक या नई सरकार के गठन होने तक मुख्यमंत्री की जिम्मेदारियों निभाने का आग्रह किया है।

राज्य में हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भााजपा) सत्ता में रही कांग्रेस को हराने में कामयाब रही। भाजपा ने 68 सदस्यीय विधानसभा में करीब दो तिहाई बहुमत के साथ 44 सीटों पर जीत दर्ज की।

भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल व राज्य के पार्टी प्रमुख सतपाल सत्ती को हार का सामना करना पड़ा।

कांग्रेस 21 सीटें ही जीत पाई। वीरभद्र सिंह अर्की सीट से 6,051 वोटों के अंतर से ही जीते। दो सीटों पर निर्दलीय व एक सीट पर माकपा उम्मीदवार ने चुनाव जीता।

मुख्यमंत्री के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने भी शिमला (ग्रामीण) से जीत दर्ज की।