रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अयोध्या पहुँचे हिमाचल के मंत्री विक्रमादित्य सिंह, समारोह में भाग लिया

अयोध्या धाम। कांग्रेस ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार किया लेकिन इसके बावजूद हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह अयोध्या शहर पहुंचे और समारोह में भाग लिया और राम मंदिर में भगवान राम की भव्य प्राण प्रतिष्ठा देखी। अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के गर्भगृह में सोमवार को श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा संपन्न हुई। देश -विदेश में लाखों रामभक्त इसके साक्षी बने । पीएम मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा से संबंधित अनुष्ठान किए। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान सेना के हेलीकॉप्टरों ने नवनिर्मित रामजन्मभूमि मंदिर पर पुष्प वर्षा की। प्रधानमंत्री मोदी के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए 7000 से अधिक अतिथि हिमाचल प्रदेश 22 जनवरी को सभी राज्य सरकारी कर्मचारियों के लिए आधे दिन की घोषणा करने वाला एकमात्र कांग्रेस शासित राज्य कांग्रेस ने ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने कार्यक्रम के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था। समारोह के आमंत्रित अतिथियों की सूची में 7000 से अधिक लोग हैं। इस कार्यक्रम में आमंत्रित प्रमुख लोगों में बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन, उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी और दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी शामिल हैं। प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने वालों में राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े लोग भी शामिल हैं। समारोह में आमंत्रित लगभग सभी विपक्षी नेताओं ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है, कांग्रेस ने इसे ‘भाजपा- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यक्रम’ करार दिया है।

कांग्रेस ने ठुकराया निमंत्रण कांग्रेस ने एक बयान में कहा, “भगवान राम हमारे देश में लाखों लोगों द्वारा पूजे जाते हैं। धर्म एक व्यक्तिगत मामला है लेकिन आरएसएस और बीजेपी ने लंबे समय से अयोध्या में मंदिर का राजनीतिक प्रोजेक्ट बनाया है। बीजेपी और आरएसएस के नेताओं द्वारा अधूरे मंदिर का उद्घाटन किया गया है। इसे स्पष्ट रूप से चुनावी लाभ के लिए आगे लाया गया है।”

बयान में आगे कहा गया, “2019 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए और भगवान राम का सम्मान करने वाले लाखों लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए, मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने सम्मानपूर्वक आरएसएस और भाजपा के कार्यक्रम के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है।“