राजस्थान से सटी पाकिस्तान सीमा पर उच्च सुरक्षा अलर्ट, पहलगाम हमले के बाद सख्त निगरानी और प्रदर्शन

बाड़मेर। पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर उच्च सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है। विशेष रूप से राजस्थान के पाकिस्तान से सटे सीमाई इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीमा पर चौकसी बढ़ाने के लिए अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की गई है ताकि किसी भी घुसपैठ को रोका जा सके और 24 घंटे की निगरानी सुनिश्चित की जा सके।

पुलिस की बढ़ी हुई चौकसी

सीमा से जुड़े जिलों में स्थानीय पुलिस बल को भी अलर्ट पर रखा गया है। हथियारबंद पुलिसकर्मी प्रमुख सार्वजनिक स्थलों, जैसे रामदेवरा और पोखरण में धर्मशालाओं में कड़ी सुरक्षा जांच कर रहे हैं, जहां तीर्थयात्रियों और यात्रियों का आना-जाना रहता है।

सीकर और कोटा में प्रदर्शन

पहलगाम हमले के खिलाफ राजस्थान के कुछ हिस्सों में गुस्सा देखने को मिला। सीकर और कोटा में शुक्रवार को बंद का आह्वान किया गया था, जहां प्रदर्शनकारियों ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

सीमा पर सख्त निगरानी और सोशल मीडिया की जांच

बाड़मेर एसपी ने पिछले 24 घंटों में भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित पुलिस चौकियों का दौरा किया। वे हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं और सेना व बीएसएफ अधिकारियों के साथ बैठकें कर रहे हैं। पुलिस ने सोशल मीडिया पर निगरानी रखने का काम भी बढ़ा दिया है, ताकि किसी भी तरह की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।

जैसलमेर और बाड़मेर में सुरक्षा बढ़ी

जैसलमेर में सैन्य बलों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। सीमा पर 24 घंटे की पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। इस बीच, बाड़मेर जिले में अधिकारियों ने सभी सीमा पुलिस स्टेशनों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। सेना के अलावा, बीएसएफ और वायुसेना के अधिकारी भी इलाके में मौजूद हैं।

अगले दिन कोटा में बंद की घोषणा

कोटा शहर में हिंदू संगठनों द्वारा 25 अप्रैल को पहलगाम हमले के विरोध में बंद का आह्वान किया गया है। इस दौरान, विभिन्न स्थानों पर श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जाएंगी और आतंकवाद के पुतले जलाए जाएंगे।

जैसलमेर में पाकिस्तान के झंडे जलाने का विरोध

जैसलमेर में शुक्रवार को बजरंग दल द्वारा पाकिस्तान के झंडे जलाकर आतंकवाद के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।

उच्च सुरक्षा और निगरानी


पाकिस्तान सीमा से सटे क्षेत्रों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है। अधिकारियों द्वारा सीमा पर 24 घंटे की निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।