अच्छी खबर! रोजाना मिलने वाले मरीजों में आई 68% की गिरावट, 60% से ज्यादा बुजुर्गों को लगाई गई पहली डोज

देश में कोरोना के हर दिन मिलने वाले केस अब कम हो रहे हैं। वहीं, वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अवर वर्ल्ड इन डेटा के मुताबिक, भारत में वैक्सीन का कम से कम एक डोज पाने वालों की संख्या 17.2 करोड़ है। इस मामले में हम अमेरिका से आगे निकल गए हैं। इसके अलावा 60% से ज्यादा बुजुर्ग आबादी को भी वैक्सीन का कम से कम एक डोज लग चुका है। देश में अब तक वैक्सीन के 22.41 करोड़ डोज दिए जा चुके हैं।

नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने बताया कि बच्चों पर कोवैक्सिन और जाइडस की वैक्सीन के ट्रायल पहले से किए जा रहे हैं। हमें उनके लिए करीब 25 करोड़ डोज की जरूरत होगी। रणनीति बनाते समय इसे ध्यान में रखना होगा।

कोवैक्सिन को इमरजेंसी यूज की लिस्ट में शामिल करने पर हो रही देरी पर डॉ वीके पॉल ने कहा कि हम भारत बायोटेक और WHO के साथ काम कर रहे हैं। उनके डेटा साझा किया जा रहा है। हम चाहते हैं कि यह मील का पत्थर जल्द ही हासिल हो जाए।

देश में बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू करने पर उन्होंने बताया कि बच्चों पर कोवैक्सिन और जाइडस की वैक्सीन के ट्रायल पहले से किए जा रहे हैं। हमें उनके लिए करीब 25 करोड़ डोज की जरूरत होगी। रणनीति बनाते समय इसे ध्यान में रखना होगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने बताया कि 377 जिलों में अभी 5% से कम मामले दर्ज किए जा रहे हैं। रिकवरी रेट में लगातार बढ़ोतरी हुई है। अभी यह 93.1% है। हर रोज 100 से ज्यादा केस वाले जिलों की संख्या भी कम हो रही है। 257 जिलों में अब 100 से ज्यादा डेली केस रिपोर्ट किए जा रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अगर 7 मई को पीक मानकर डेटा का एनालिसिस करते हैं, तो कोरोना के रोज के केस में 68% की गिरावट आई है। 66% नए मामले 5 राज्यों से आ रहे हैं और बाकी 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में। यह दिखाता है कि लोकल लेवल पर वायरस को काबू करने में कामयाबी मिल रही है।