पुलिसवाले बेबस, मीडिया और नेताओं की एंट्री बंद.. क्या हाथरस की सच्चाई छुपाने में जुटे योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के हाथरस की सीमा पर आज भी संग्राम छिड़ा है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन गैंगरेप की बात को गलत करार दिया है। अब देश में दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग हो रही है, लेकिन इस बीच स्थानीय प्रशासन की ओर से कई तरह की सख्ती बरती जा रही है। गैंगरेप पीड़िता के गांव में परिंदा भी पर न मार पाए, इसके लिए पुलिस की जबर्दस्त किलेबंदी है। गांव में मीडिया की एंट्री पर रोक लगा दी गई, किसी नेता को जाने नहीं दिया जा रहा है, खुद डीएम जाकर परिवार से धमकी भरे अंदाज में बात कर रहे हैं। हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार का एक वीडिया सामने आया, जिसमें वो पीड़िता के परिवार से बात कर रहे हैं। यहां डीएम परिवार से कह रहे हैं मीडिया आज है, कल चला जाएगा। आपको हमारे साथ रहना है, ऐसे में मदद स्वीकार कर लीजिए। साफ तौर पर डीएम परिवार को धमकाकर मामले को दबाने की कोशिश में जुटे हैं।

हाथरस के ही एडीएम जेपी सिंह और वकील सीमा कुशवाहा का एक वीडियो सामने आया। जहां सीमा कुशवाहा पीड़िता के परिवार से मिलने जाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन एसडीएम उन्हें आगे नहीं जाने दे रहे हैं। बता दें कि सीमा कुशवाहा ने ही दिल्ली की निर्भया का केस लड़ा था और उन्होंने हाथरस की निर्भया के परिवार को मदद की बात कही है।

इससे पहले गुरुवार को राहुल गांधी, प्रियंका गांधी को हाथरस जाने से रोका गया। अब शुक्रवार को टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को रोका गया और उनके साथ बदसलूकी की गई। इतना ही नहीं अब पीड़िता के गांव में मीडिया की एंट्री पर भी रोक लगा दी गई है।

उधर, पीड़िता के परिजनों से मिलने के लिए मीडियावाले और नेता जिद पर अड़े हैं। नोकझोंक और बहस का सिलसिला जारी है। कुछ ने गांव में घुसने की कोशिश की तो दोपहर बाद गांव की बैरिकेडिंग भी कर दी गई। आखिर किसके आदेश से रोक रहे हो? पुलिसवालों के पास बस इसका एक ही जवाब है- 'ऊपर से आदेश है। गांव में नहीं जाने दे सकते।' सुबह एडीएम से मीडियावालों ने सवाल किए तो, वह भाग खड़े हुए। उधर, आज पुलिस के साथ धक्कामुक्की में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन भी गिर पड़े। अब सवाल उठता है कि आखिर हाथरस की इस किलेबंदी की वजह क्या है? सरकार गांव में मीडिया के जाने से इतना क्यों डर रही है? इन सवालों पर आला अफसर मौन हैं। योगी सरकार के मंत्री भी चुप्पी साधे हुए हैं।

धक्कामुक्की में गिरे टीएमसी सांसद

टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल को हाथरस सीमा पर रोक दिया गया है। वे मृतका के परिवारवालों से मिलने जा रहे थे। जब पुलिस ने उन्हें गांव में घुसने की इजाजत नहीं दी तो उनकी पुलिस से धक्कामुक्की हो गई और वह जमीन पर गिर पड़े। बता दें कि गुरुवार को यमुना एक्सप्रेस-वे पर पुलिस के साथ धक्कामुक्की में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी गिर पड़े थे।

मीडिया से नोकझोंक

योगी सरकार के आदेश के बाद पुलिस ने मृतका के गांव जाने वाले सारे रास्तों को बंद कर दिया है। वहां मीडिया को भी नहीं जाने दिया जा रहा है। राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को भी जाने से रोका जा रहा है। गांव में भी किसी को भी एंट्री नहीं दी जा रही है। हाथरस पुलिस ने मीडिया, राजनीतिक लोगों और अन्य लोगों को एंट्री गांव में गुरुवार को ही बैन कर दी थी।

केजरीवाल बोले-बेहद दुखदायी घटना

इस बीच, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने हाथरस की घटना को काफी दुखदायी बताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह पीड़ित परिवार से राज्य सरकार पेश आ रही है वह भी गलत है।