सनी लियोन को लेकर हार्दिक पटेल ने बोली इतनी बड़ी बात, कहा- 'उनकी पुरानी छवि के अनुसार...'

पॉर्न स्टार से बॉलीवुड अभिनेत्री बनी सनी लियोन के बारे में अपनी राय व्यक्त करते हुए गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि हमे सनी लियोन को उसी नजरिये से देखा जाना चाहिये, जिस निगाह से नर्गिस, श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित सरीखी मशहूर अभिनेत्रियों को देखा जाता है। पटेल ने रविवार (10 जून) को कहा, "अगर हम सनी लियोन को फिल्मी पर्दे पर उसी नजरिये से देखें, जिस तरह हम नर्गिस, श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित को देखते हैं, तो इसमें भला दिक्कत क्या है? हमें सनी लियोन को फिल्मी पर्दे पर गलत नजर से क्यों देखना चाहिये?"
उन्होंने कहा अगर हमारी सोच ऐसी है कि हम अब भी सनी लियोन को उनकी पुरानी छवि के अनुसार ही देखना चाहते हैं, तो यह देश कभी नहीं बदल सकता। उन्होंने यह भी कहा कि बॉलीवुड में कदम रख चुकीं पूर्व पॉर्न स्टार भी चाहती हैं कि बतौर फिल्म अभिनेत्री उन्हें पूरा सम्मान मिले। बीजेपी को "सत्ता की लालची पार्टी" करार देते हुए पटेल ने यह आशंका भी जाहिर की कि अगर नरेंद्र मोदी वर्ष 2019 के आम चुनावों में दोबारा प्रधानमंत्री बनते हैं, तो इसके बाद देश में चुनाव कभी नहीं होंगे।

हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि इस आशंका के पीछे क्या आधार है, तो उन्होंने जवाब दिया, "जिस तरह कर्नाटक विधानसभा चुनावों के बाद राज्यपाल ने कांग्रेस और जेडीएस के बहुमत वाले गठबंधन से पहले बीजेपी विधायक दल के नेता बीएस येदियुरप्पा को सरकार बनाने का मौका दिया, इससे लगता है कि देश में संविधान खत्म करने की तैयारी की जा रही है।’’

गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने घोषणा की कि वह मध्य प्रदेश में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले मतदाताओं को जागरुक करने के लिये यात्रा निकालेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में पिछले 15 साल से सत्तारूढ़ बीजेपी खासकर युवाओं और किसानों की उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकाम रही है।

हार्दिक पटेल ने कहा, 'मैं नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक से अगले महीने अपनी यात्रा शुरू करूंगा। महीने भर की यह यात्रा दो चरणों में बुंदेलखंड, महाकौशल और मालवा-निमाड़ अंचलों की करीब 100 विधानसभा सीटों से होकर गुजरेगी।'

उन्होंने बताया कि वह अपनी यात्रा के दौरान 50 छोटी सभाओं के साथ इंदौर, भोपाल, धार और सागर में चार बड़ी रैलियों को संबोधित करेंगे। हम इस यात्रा के जरिए युवाओं और किसानों को जागरुक करना चाहते हैं। हम यह कतई नहीं कहेंगे कि मतदाता अगले विधानसभा चुनावों में किस दल के उम्मीदवारों को चुनें। हम मतदाताओं से यह अपील जरूर करेंगे कि वे अपने मौजूदा विधायकों को कसौटी पर अच्छी तरह परखें।