सूरत में एक्सपायरी डेट के रेमडेसिवर इंजेक्शन बेच रहा भाजपा के पूर्व पार्षद का बेटा, पुलिस ने किया गिरफ्तार

कोरोना महामारी के दौर में जहां रोजाना सैकड़ों की तादाद में लोगों की मौत हो रही है ऐसे समय में भी कुछ लोग अपने फायदे के लिए लोगों की जान से खेल रहे है। गुजरात के सूरत शहर से जीवन रक्षक रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का मामले सामने आया है। क्राइम ब्रांच की टीम ने एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन बेचते हुए दो युवकों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक भाजपा के पूर्व पार्षद का बेटा भी शामिल है।

डॉक्टर की सक्रियता से सामने आया मामला

एक संक्रमित कोरोना रोगी को इंजेक्शन लगाते समय डॉक्टर ने एक्सपायरी डेट देख दी और मरीज के परिजनों के बताया। पूछताछ में परिजन ने बताया कि उन्होंने यह इंजेक्शन दिव्येश पटेल से लिया था और इसके लिए 7 हजार का भुगतान किया था। इसके बाद क्राइम ब्रांच को सूचना दी गई। इस मामले में भाजपा की पूर्व पार्षद साधना पटेल के बेटे दिव्येश पटेल और उसके एक साथी को हिरासत में लिया। दिव्येश पटेल ने यह इंजेक्शन 7,000 रुपए में बेचा था।

एक साल पहले लिए थे इंजेक्शन

क्राइम ब्रांच की पूछताछ में आरोपी दिव्येश ने बताया कि उसने रेमडेसिवर के कुछ इंजेक्शन केपी सिंघवी हॉस्पिटल में मेडिकल स्टोर हेड ऑफ डिपार्टमेंट विशाल अवस्थी से पिछले साल खरीदे थे। आरोपी का कहना है कि उसने एक ही इंजेक्शन बेचा है और मरीज के रिश्तेदार को बताया भी था कि उसके पास एक्सपायरी डेट के इंजेक्शन हैं।

हालांकि, क्राइम ब्रांच को शक है कि आरोपी अपने बचाव में इस तरह के बयान दे रहा है। फिलहाल रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर दोनों आरोपियों से और पूछताछ जारी है।