अहमदाबाद : एक ही दिन में बिका 10 करोड़ रु. का किराना, दूध की खपत में भी रही तेजी

गुजरात के अहमदाबाद में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसे में गुजरात सरकार ने अहमदाबाद में शुक्रवार रात से सोमवार सुबह तक कम्प्लीट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। इसके तहत 20 नवंबर से 23 नवंबर तक अहमदाबाद में कर्फ्यू रहेगा। वहीं, कर्फ्यू आगे बढ़ने की अफवाह के चलते लोग सुबह से ही खरीदारी करने बाजारों में टूट पड़े। इसके चलते न सिर्फ सब्जियां दोगुने भाव में बिकीं, बल्कि रोजाना की तुलना में एक ही दिन में यहां 2 लाख लीटर दूध ज्यादा बिक गया और एक ही दिन में ढाई गुना ज्यादा किराना बिक गया।

दूध की खरीदी का आलम ये था कि सुबह 11 बजे तक अमूल के सारे पार्लर खाली हो चुके थे। शहर में रोजाना 15-16 लाख लीटर दूध की खपत होती है, जबकि शुक्रवार को चंद घंटों में ही करीब 18 लाख लीटर दूध बिक गया। वहीं, ऐसा ही कुछ हाल सब्जी मार्केट का भी था। यहां पर भी भीड़ टूट पड़ी थी। इस कारण सब्जियां दोगुनी कीमतों में बिकीं। गुरुवार तक जहां आलू-टमाटर की कीमतें 30-40 के बीच थीं। उनकी कीमतें हीं 60-70 रुपए क्रॉस कर गई थीं।

10 करोड़ रु तक का बिक गया किराना

ध-सब्जी के साथ-साथ शुक्रवार को किराना की भी जमकर खरीदारी की गई। आमतौर पर रोजाना 3-4 करोड़ रु। का ही किराना बिकता है, लेकिन शुक्रवार को 7 से 10 करोड़ रु। तक की बिक्री हो गई। यही हाल नमकीन की दुकानों का भी था।

बढ़ा कोरोना संक्रमण का खतरा

मॉल से लेकर मार्केट और सब्जी मंडियों तक में खरीदारी के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। इससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा और बढ़ रहा था। लोगों को जल्द से जल्द खरीदारी की इतनी जल्दी थी कि इस दौरान भी कई लोग न तो मास्क लगा रहे थे और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे।

आपको बता दे, अडिशनल चीफ सेक्रटरी डॉ. राजीव कुमार गुप्ता ने कहा, 'कोरोना की स्थिति का देर रात निगरानी की गई और यह तय किया गया है कि अहमदाबाद में शुक्रवार रात 9 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक कम्प्लीट कर्फ्यू लगाया जाएगा। इस दौरान सिर्फ दूध और दवा की दुकानों को खोलने की इजाजत दी जाएगी।' राजीव कुमार गुप्ता ने कहा कि यहां कुछ दिनों में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं, जिसके कारण निजी अस्पतालों में कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों के बेड तेजी से भर रहे हैं और शहर में अस्पतालों में केवल 400 बेड ही खाली बचे हैं। उन्होंने बताया कि शहर में सरकारी अस्पतालों में करीब 2,600 बेड खाली हैं। राज्य सरकार ने कोरोना महामारी के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए स्पष्ट किया है कि गुजरात में स्कूल, कॉलेजों को 23 नवंबर से फिर से नहीं खोला जाएगा।