सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक (TikTok) और हेलो (Helo) को 21 सवालों का एक नोटिस भेजा है और साथ के साथ चेतावनी भी दी है कि इन सवालों के जवाब जल्द से जल्द दे वरना बैन के लिए तैयार रहें। सरकारी अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी।
बता दें कि आरएसएस से जुड़ी संस्था स्वदेशी जागरण मंच ने प्रधानमंत्री से शिकायत की थी कि इन प्लेटफॉर्म्स का प्रयोग देश विरोधी गतिविधियों के लिए किया जा रहा है। इसी का संज्ञान लेते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय ने नोटिस भेजा है।
सरकार द्वारा मिले नोटिस के बाद टिकटॉक और हेलो ने एक ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहना है कि सरकार ने नोटिस भेजकर सुनिश्चित करने को कहा है कि उनके प्लेटफॉर्म का प्रयोग किसी भी तरह की देश-विरोधी गतिविधि के लिए नहीं हो रहा है और लोगों का डेटा अभी और भविष्य में किसी सरकार को ट्रांसफर नहीं किया जाएगा। उन्होंने ने भी कहा कि अगले तीन सालों में उनका करीब 6500 करोड़ निवेश करने का इरादा है ताकि टेक्नोलॉजी से जुड़ा इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवेलप किया जा सके।
सरकार द्वारा पूछे गए कुछ सवाल-- ऐप उपभोक्ता का कितना डाटा इकट्ठा करता है?
- कंपनी सिंगापुर और अमेरिका के अलावा कहां डाटा स्टोर करती है।
- क्या कंपनी किसी तीसरे व्यक्ति से साथ डेटा शेयर करती है।
- क्या कंपनी की भारत मे सर्वर लगाने की योजना है।
- कंपनी 18 साल के कम उम्र वाले उपभोक्ताओं को किस तरह वेरीफाई करती है।
- कंपनी के भारत के कितने ऑफिस और कर्मचारी हैं।
- बाकी देशों में टिकटॉक चलाने की उम्र कितनी है।
- कंपनी अपने प्लेटफार्म पर अपत्तिजनक कंटेंट हटाने के लिए क्या कर रही है।
- 1 जुलाई 2017 से अब तक कंपनी को कितनी शिकायतें मिलीं और कंपनी ने उनका क्या किया।
- क्या कंपनी ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट सावर्जिनक करती है।
- कंपनी अभिभावकों के संदेह को दूर करने के लिए क्या कर रही है।
- क्या कंपनी आईटी इंटरमिडियरी रूल्स 2011 का पालन करती है।
- क्या कंपनी अपने इन्फ्लुएंसर्स की सेवाओं का इस्तेमाल करती है।
- बच्चों की निजता का उल्लंघन करने पर FTC ने कंपनी पर 5.7 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया है। क्या भारत में कंपनी इस नियम का पालन करती है