नई दिल्ली। शुक्रवार को सोने के भाव में उछाल आया है। 24 कैरेट सोने का भाव 550.0 रुपये बढ़कर 8080.3 रुपये प्रति ग्राम हो गया है। वहीं 22 कैरेट सोने का भाव 500.0 रुपये बढ़कर 7408.3 रुपये प्रति ग्राम हो गया है। चांदी के भाव में भी 2000 रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी आई है। भारत में चांदी का मौजूदा भाव 98700.0 प्रति किलोग्राम है।
शुक्रवार को सोने के भाव में उछाल आया है। 24 कैरेट सोने का भाव 550.0 रुपये बढ़कर 8080.3 रुपये प्रति ग्राम हो गया है। वहीं 22 कैरेट सोने का भाव 500.0 रुपये बढ़कर 7408.3 रुपये प्रति ग्राम हो गया है। चांदी के भाव में भी 2000 रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी आई है। भारत में चांदी का मौजूदा भाव 98700.0 प्रति किलोग्राम है।
आज सोने की कीमत और चांदी की कीमत
दिल्ली में सोने चाँदी की कीमत
दिल्ली में आज सोने की कीमत 80,803.0 रुपये प्रति 10 ग्राम है। कल 16 जनवरी को सोने की कीमत 80,123.0 रुपये प्रति 10 ग्राम थी।
दिल्ली में आज चांदी का भाव 98700.0 रुपये प्रति किलोग्राम है। कल 16 जनवरी को चांदी का भाव 95, 500.0 रुपये प्रति किलोग्राम था।
चेन्नईचेन्नई में आज सोने का भाव 80,651.0 रुपये/10 ग्राम है। कल 16 जनवरी को सोने का भाव 79971.0 रुपये/10 ग्राम था। चांदी का भाव 105800.0 रुपये/किग्रा है। कल 16 जनवरी को चांदी का भाव 102600.0 रुपये/किग्रा था।
मुंबई मुंबई में आज चांदी का भाव 98000.0 रुपये प्रति किलोग्राम है। कल 16 जनवरी को चांदी का भाव 94800.0 रुपये प्रति किलोग्राम था।
कोलकाता कोलकाता में आज सोने का भाव 80655.0 रुपये प्रति 10 ग्राम है। कल 16 जनवरी को सोने का भाव 79975.0 रुपये प्रति 10 ग्राम था। कोलकाता में आज चांदी का भाव 99500.0 रुपये प्रति किलोग्राम है। कल 16 जनवरी को चांदी का भाव 96300.0 रुपये प्रति किलोग्राम था।
चांदी और सोने की कीमत को प्रभावित करने वाले कारकचांदी और सोने की कीमत कई महत्वपूर्ण कारकों से प्रभावित होती है, जिसमें मांग और आपूर्ति, मुद्रास्फीति, औद्योगिक मांग और अमेरिकी डॉलर की मजबूती शामिल है, जैसा कि नीचे बताया गया है:
मांग और आपूर्ति: आपूर्ति और मांग के बीच संतुलन का चांदी और सोने की कीमतों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। इस अनुपात में कोई भी बदलाव - चाहे आपूर्ति या मांग में वृद्धि हो या कमी - चांदी और सोने की कीमत में उतार-चढ़ाव का कारण बन सकता है।
मुद्रास्फीति: मुद्रास्फीति, जो वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में सामान्य वृद्धि को संदर्भित करती है, सीधे चांदी और सोने की कीमतों से संबंधित है। जब मुद्रास्फीति अधिक होती है, तो मुद्रा का मूल्य कम होने लगता है, जिससे लोग मूर्त संपत्तियों में निवेश करने लगते हैं, क्योंकि इसकी कीमत बढ़ती रहती है। उदाहरण के लिए, जब मुद्रास्फीति कम होती है, तो सोने और चांदी की कीमतें कम होने लगती हैं।
औद्योगिक मांग: जैसे-जैसे भारत जैसे देश औद्योगीकरण पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं, इलेक्ट्रॉनिक्स, सौर ऊर्जा और आभूषण जैसे क्षेत्रों में सोने और चांदी की मांग बढ़ती है, और इसके परिणामस्वरूप, चांदी की कीमतें भी बढ़ने लगती हैं।
अमेरिकी डॉलर की ताकतअमेरिकी डॉलर दुनिया की प्रमुख मुद्रा है और इसका सोने और चांदी की कीमतों पर मजबूत प्रभाव पड़ता है।