
आज गुरुवार, घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों में सोने और चांदी के दामों में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है, जो निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है। भारतीय घरेलू वायदा बाजार में भी सोने की कीमतें हरे निशान पर ट्रेड करती नजर आईं।
घरेलू बाजार में सोने की कीमतेंएमसीएक्स एक्सचेंज पर 5 जून 2025 की डिलीवरी वाला सोना 0.71 फीसदी की बढ़त के साथ 96,278 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता दिखा, जो पिछले सत्र की तुलना में 679 रुपये अधिक है। वहीं, 5 अगस्त 2025 की डिलीवरी वाला सोना 0.73 फीसदी बढ़कर 97,272 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जिसमें 703 रुपये की वृद्धि देखने को मिली। यह सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी का संकेत है, जो घरेलू निवेशकों के लिए एक सकारात्मक पहलू है।
चांदी में भारी तेजीसोने के साथ ही, चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त वृद्धि देखने को मिली। एमसीएक्स पर 4 जुलाई 2025 की डिलीवरी वाली चांदी 1.03 फीसदी बढ़कर 99,260 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रही थी। चांदी के दामों में इस तरह की वृद्धि यह दर्शाता है कि यह धातु भी निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बन रही है।
वैश्विक बाजार में सोने और चांदी की कीमतेंवैश्विक स्तर पर भी सोने और चांदी के भाव बढ़े हुए देखे गए हैं। कॉमेक्स पर सोने का भाव 0.77 फीसदी की बढ़त के साथ 3367 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता दिखा, जबकि सोने का वैश्विक हाजिर भाव 0.71 फीसदी बढ़कर 3338 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। यह वैश्विक बाजारों में सोने की कीमतों में उछाल का संकेत है, जो भारतीय बाजारों में भी प्रभाव डालता है।
चांदी का वैश्विक भाववैश्विक बाजार में चांदी की कीमत भी बढ़ी है। कॉमेक्स पर चांदी का भाव 0.71 फीसदी बढ़कर 33.89 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था, जबकि चांदी का वैश्विक हाजिर भाव 0.84 फीसदी की बढ़त के साथ 33.67 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। यह चांदी के प्रति निवेशकों की बढ़ती रुचि को दर्शाता है, जो वैश्विक बाजार में मूल्यवृद्धि को दिखाता है।
निवेशकों के लिए अवसरइस समय सोने और चांदी के बढ़ते दामों के कारण निवेशक इन कीमती धातुओं में अधिक निवेश करने के बारे में सोच सकते हैं, खासकर जब दोनों धातुएं वैश्विक और घरेलू स्तर पर तेजी से ट्रेड कर रही हैं। चांदी की वृद्धि के कारण, छोटे निवेशक भी इसे एक आकर्षक विकल्प के रूप में देख सकते हैं।
आखिरकार, सोने और चांदी के दामों में यह वृद्धि आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हो सकती है, क्योंकि यह बाजार की स्थिरता और वृद्धि को संकेतित करती है।