पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान राजस्थान के अलवर में एक रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगवान बजरंगबली यानी हनुमान जी को दलित बताया था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि हनुमान जी दलित और वंचित हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि 'बजरंगबली एक ऐसे लोक देवता हैं, जो स्वंय वनवासी हैं, निर्वासी हैं, दलित हैं, वंचित हैं। भारतीय समुदाय को उत्तर से लेकर दक्षिण तक पुरब से पश्चिम तक सबको जोड़ने का काम बजरंगबली करते हैं।' सीएम योगी के इस ब्यान के बाद खूब सियासत हुई। न सिर्फ विपक्ष बल्कि उनके अपने ही मंत्री ने उनपर निशाना साधा था। लेकिन वही अब एक और भारतीय जनता पार्टी के विधायक बुक्कल नवाब (Bukkal Nawab) ने बजरंगबली को मुसलमान बता दिया है। बुक्कल नवाब का कहना है कि हनुमान जी मुसलमान थे, इसलिए मुसलमानों में जो नाम रखे जाते हैं - रहमान, रमज़ान, फरमान, ज़ीशान, कुर्बान - जितने भी नाम रखे जाते है, वे करीब-करीब उन्हीं पर रखे जाते हैं।'
भगवान को जातियों में बांटना गलतबता दे, भगवान हनुमान को दलित बताने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए राज्य के मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा था कि भगवान को जातियों में बांटना गलत है। एक जनसभा को संबोधित करते हुए पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ने विवादित बयान देने के लिए अपनी ही सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि भगवान को जातियों में बांटना गलत है और इसी विवाद की वजह से दलित समुदाय अब हनुमान मंदिरों को अपने अधिकार में लेने की मांग कर रहा है।
हनुमान जी के जाति प्रमाण पत्र की मांगबता दें कि इन सबके बीच उत्तर प्रदेश के ही एक जिले में जहां दलित समुदाय द्वारा बजरंगबली के एक मंदिर पर कब्जे की खबर सामने आई, तो अब पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हनुमान जी का जाति प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है। इसके लिए बाकायदा आवेदन किया गया है।
जिला मुख्यालय पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने बजरंगबली के जातिप्रमाण पत्र की मांग की। इसके लिये कार्यकर्ताओं ने बाकायदा जाति प्रमाण पत्र प्राप्त का आवेदन फॉर्म भरा। रोचक बात यह है कि कार्यकर्ताओं ने आवेदन फॉर्म में वांछित जानकारी भी भरी है। जैसे, बजरंगबली के पिता का नाम महाराज केशरी, जाति में वनवासी आदि भरा हुआ है। कार्यकर्ता फॉर्म लेकर कार्यालय में गए और जाति प्रमाणपत्र की मांग की। प्रगतिशील युवजन सभा के लोग हनुमान जी के दलित होने पर उनके आरक्षण की भी मांग कर रहे है। सभा के जिला अध्यक्ष हरीश मिश्रा कहते हैं कि पिछले दिनों योगी आदित्यनाथ ने हनुमान जी को दलित बताया था। उसी क्रम में आज यहां उनके जाती प्रमाण के लिए आवेदन दिया गया।