गोवा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GMCH) में शुक्रवार को ऑक्सीजन की कमी के चलते 13 मरीजों की मौत हो गई। यह मौतें गुरुवार को रात 2 बजे से सुबह 6 बजे के बीच हुई है। यह लापरवाही तब हुई है, जब अभी गुरुवार को ही हाइकोर्ट ने ऑक्सीजन संकट को लेकर राज्य सरकार को चेताया था। दरअसल, राज्य सरकार की ओर से बताया गया था कि ऑक्सीजन की कमी नहीं है, लेकिन रीफिलिंग के लिए लॉजिस्टिक्स की कमी है। इसपर अदालत ने सख्त टिप्पणी करते कहा था कि 'हम तकनीकी और लॉजिस्टिक मुद्दों के कारण लोगों को मरने के लिए नहीं छोड़ सकते हैं, जो भी समस्या है ठीक करें और इस बात का ख़याल रखें कि आज रात ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत न हो।' लेकिन इसके बावजूद उसी रात 13 मरीजों की मौत सरकार पर सवाल खड़े करती है। इससे पहले राज्य में ऑक्सीजन संकट के चलते बुधवार को 20 और मंगलवार को 26 मरीजों की मौत हुई थी।
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री विजय सरदेसाई ने बताया कि शुक्रवार को रात 1 बजे से सुबह 6 बजे के बीच में 13 लोग, गुरुवार की सुबह को 15, बुधवार को 20 और मंगलवार को रात 2 बजे से सुबह 6 बजे के बीच 26 लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत इस हफ्ते अस्पताल के दौरे पर भी आए थे। उन्होंने कहा था कि 'मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता और सप्लाई के बीच आए अंतराल के चलते कुछ समस्याएं पैदा हुई हो सकती हैं।'
कोविड-19 के 2491 नए मामले आएगुरुवार को गोवा में 2,491 नए संक्रमित मिले हैं। इनमें से 63 मरीजों की मौत हो गई है। नए आंकड़ों को मिलाकर राज्य में 1.30 लाख कोरोना मरीजों की अब तक पहचान हो चुकी है। जबकि, 1,937 मरीजों की मौत हो चुकी है। राज्य में अब तक 95,240 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं और 32,953 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।