दिल्ली : इसबार यमुना में नहीं होगा गणेश विसर्जन, किया गया ये इंतजाम

दिल्ली प्रशासन गणेश विसर्जन की तैयारियों में जुटा हुआ है। नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने इस बार आदेश दिया है कि गणेश विसर्जन यमुना में नहीं होगा इसके लिए यमुना के आसपास ही तालाब बनाए जा रहे हैं, जहां गणेश जी की मूर्तियां विसर्जित की जाएंगी। दरहसल, एनजीटी ने कहा था कि यमुना को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए मूर्तियों के विसर्जन को यमुना नदी में होने से रोकना होगा। इसके बाद दिल्ली सरकार व सिविक एजेंसियों को तालाब बनाने की दिशा में प्रयास करने के लिए कहा गया था। गुजरात के सूरत शहर से यह आइडिया लिया गया था, क्योंकि सूरत में ऐसे तालाबों में ही मूर्तियों के विसर्जन का चलन है।

इसके बाद एजेंसियों ने यमुना के आसपास खाली जगह का चुनाव करके उसमें बड़े गड्ढे बनाए हैं। कई इलाकों में गड्ढे बनकर तैयार हो गए हैं, जबकि कुछ इलाकों में अभी गड्ढे खोदे जा रहे हैं। बुराड़ी इलाके में 6 बड़े तालाब बनाए गए हैं, जिसमें यमुना से टैंकर के जरिए पानी लाकर डाला जाएगा। बताया जा रहा है कि मूर्तिकारों को भी निर्देश दिया गया है कि वह मूर्तियों के लकड़ी के ढांचे में अपना मोबाइल नंबर और नाम लिखें। विसर्जन के बाद मूर्तियों पर चढ़ी मिट्टी उतर जाएगी और सिविक एजेंसियां मूर्तिकारों को फोन करके उनका ढांचा लौटा देंगी, जिससे वह अगले साल भी उसी ढांचे पर मूर्तियां बना सकेंगे।