गांधीगिरी सीखेंगे राजस्थान के स्टूडेंट्स, प्रदेश के हाई स्कूलों में स्थापित होंगे गांधी कॉर्नर

राजस्थान सरकार द्वारा गांधी दर्शन को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए प्रदेश के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में गांधी दर्शन कॉर्नर स्थापित किए जाएंगे। इससे गांधी जी के विचारों को छात्रों तक पहुंचाने का उचित प्लेटफॉर्म मिल सकेगा। शहीद दिवस पर सीएम निवास पर हुए वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसकी घोषणा की। अशोक गहलोत ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का व्यक्तित्व एवं उनकी जीवनी युवा पीढ़ी को प्रेरित करने वाली है। आज के इस दौर में गांधी जी के सिद्धांत अधिक प्रासंगिक हो गए हैं।

मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा मंत्री को सभी यूनिवर्सिटी और सरकारी कॉलेजों में गांधी अध्ययन केंद्र शुरू करवाने के निर्देश दिए। गहलोत ने कहा कि जिन यूनिवसिर्टी-कॉलेजों में पहले से गांधी अध्ययन केंद्र हैं और बंद हैं उन्हें फिर से शुरू करवाया जाए और जहां नहीं हैं वहां नए गांधी अध्ययन केंद्र खोले जाएंं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी अध्ययन केंद्र गांधी जी के विचारों को युवाओं में प्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। उन्होंने इस केन्द्र के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5 लाख रूपये देने की भी घोषणा की

गहलोत ने प्रदेश में बने अहिंसा और शांति प्रकाेष्ठ को जल्द ही विभाग में बदलने की घोषणा की। गांधीजी के 150 वें जयंती वर्ष के कार्यक्रमों की शुरुआत पर पिछले साल गहलोत ने अहिंसा और शांति प्रकाेष्ठ खोलने का फैसला किया था। अभी तक इस प्रकोष्ठ के बारे में न जनता को ज्यादा जानकारी है और न इसका काम शुरू हुआ है। गांधी जयंती और शहीद दिवस पर कार्यक्रम करने के अलावा अभी तक इस प्रकोष्ठ का काम सामने नहीं आया।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश के कई यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों में गांधी अध्ययन केंद्रों को बीजेपी राज के दौरान बंद करने पर निशाना साधा। गहलोत ने कहा कि गांधी अध्ययन केंद्र बीजेपी राज में बंद कर दिए गए थे, गांधी अध्ययन केंद्रों पर सरकार बदलने का असर नहीं होना चाहिए।

कार्यक्रम में प्रख्यात गांधीवादी विचारक डॉ एन. सुब्बा राव ने कहा कि आज भाषा, मजहब एवं क्षेत्र की दीवारें हर तरफ खड़ी हो गई हैं। ऎसे में मनुष्य जाति को आपस में जोड़े रखने के गांधी जी के विचार बहुत प्रासंगिक हैं। उन्होंंने कहा कि सभी देशवासी मिलकर आज हिंसा मुक्त, बेरोजगारी एवं भूख मुक्त, नशा मुक्त तथा भ्रष्टाचार मुक्त गांधी जी के सपनों का भारत बनाने का प्रण लें।

कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ बी.डी. कल्ला ने गांधी जी द्वारा प्रचारित सात सिद्धांतों का पालन करते हुए न्यूनतम आवश्यकता पर आधारित जीवन व्यतीत करने तथा मजबूत चरित्र पर जोर दिया। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि गांधी जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर प्रवीण चंद त्रिवेदी ने कहा कि गांधी अध्ययन केन्द्र के माध्यम से गांधी जी के विचारों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। वाइल्ड लाइफ रिसर्च एण्ड कंजर्वेशन अवेयरनेस सेन्टर के निदेशक डॉ हेमसिंह गहलोत ने सेन्टर की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया।