टोंक : SI भर्ती परीक्षा ने करवाई रोडवेज की चांदी, दोगुनी होकर 14 लाख पर पहुंची हर दिन की कमाई

प्रदेश में बीते दिनों में SI भर्ती परीक्षा और नीट की परीक्षा कराई गई जिसमें कई अभ्यर्थी एक जगह से दूसरी जगह गए और इसके लिए रोडवेज बसों की मदद ली। इसी का ही नतीजा हैं कि बीते चार दिन रोडवेज निगम के लिए मुनाफे से भरे रहे। सामान्य दिनों में बैठने वाली सवारियों से दोगुना से अधिक परीक्षार्थियों ने एग्जाम समय में सफर किया। रोजाना 13 से 14 लाख रुपए की आय हुई है। जबकि सामान्य दिनों में रोजाना 7 से 8 लाख के बीच इनकम होती है।

रोडवेज प्रबंधक गोचर ने बताया कि परीक्षार्थियों को रोडवेज बसों में सरकार के आदेश पर निशुल्क यात्रा करवाई थी। उसके बदले परीक्षार्थियों से परीक्षा के प्रवेश पत्र की फोटोकॉपी ली गई। इसका रिकॉर्ड रोडवेज निगम में ऑनलाइन मौजूद है। मुख्यालय से ही इस निशुल्क यात्रा का किराया सरकार से लिया जाएगा। पहले सामान्य दिनों में प्रति बस 40-45 यात्री सफर करते थे। जबकि परीक्षा के दिनों में रोजाना प्रति बस में 70-80 यात्रियों ने सफर किया है।

जिले के रोडवेज डिपो में अभी 74 रोडवेज बस है। इनमें से रोजाना करीब 72 बस रूट पर चलती है। इनसे रोजाना रोडवेज को करीब 7 से 8 लाख की इनकम होती है, जो कि घाटे के सौदा है। गत दिनों हुई नीट की परीक्षा के बाद 13-15 सितंबर तक एसआई की परीक्षा हुई। इसमें रोडवेज बसों में जमकर यात्री भार रहा। सामान्य यात्रियों के साथ भारी संख्या में परीक्षार्थियों ने सफर किया। चार दिन चली परीक्षा से बसे मुनाफे का सौदा साबित हुई। सरकार की ओर से रोडवेज बसों में परीक्षार्थियों को निशुल्क यात्रा करवाई गई। इसे रोडवेज में दोगना यात्री भार निकला। 13 से 16 सितंबर तक रोडवेज बस स्टैंड पर भीड़ बनी रही। इन चारों दिन में रोडवेज बसों में सामान्य दिनों के मुकाबले दोगुना से यात्रियों ने सफर किया।