ऐसी दोस्ती को सलाम, दोस्त की मां के लिए रेमडेसिविर लेकर चंडीगढ़ से अलवर बाइक पर पहुंचा युवक, हुआ सम्मान

दोस्ती का रिश्ता बहुत अटूट और अनोखा माना जाता हैं। इसकी एक मिसाल देखने को मिली अलवर में जहां दोस्त साहिल की मां की जान बचाने के लिए चंड़ीगढ़ में रहने वाले अर्जुन बाली रेमडेसिविर लेकर चंडीगढ़ से अलवर बाइक पर पहुंच गया। अलवर पहुंचने पर जैसे ही भाजपा अलवर के उपाध्यक्ष जितेन्द्र राठौड़ सहित कुछ लोगों को पता लगा। सबने अर्जुन बाली का स्वागत किया। असल में अलवर में अब भी जरूरत के सब मरीजों को इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं। हर अस्पताल में ऐसे मरीज भर्ती हैं। जिनको इंजेक्शन की जरूरत है। लेकिन सरकार से गिने चुने इंजेक्शन आते हैं। ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में मरीजों को लग जाते हैं। अब तो निजी अस्पतालों में भी बड़ी संख्या में मरीज भर्ती हैं।

चंड़ीगढ़ में रहने वाले अर्जुन बाली के साथ पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले दोस्त अलवर निवासी साहिल की मां की जान पर बन आई थी। उन्हें बचाने के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत थी। बस फिर क्या अर्जुन ने इंजेक्शन की व्यवस्था की और चंडीगढ़ से 420 किलोमीटर दूर अलवर का सफर बाइक से सिर्फ 8 घंटे में तय किया। साहिल की मां को कोरोना हो गया। ऑक्सीजन सैचुरेशन 84 के आसपास आ गया। इंफेक्शन भी 18 से अधिक हो गया। हालत नाजुक होने का उसके दोस्त अर्जुन बाली को पता लगा। बाली को यह पता लगा कि अलवर में रेमडेसिवीर इंजेक्शन नहीं मिल रहे और दोस्त की मां को इनकी सख्त जरूरत है। अर्जुन ने साहिल को भी नहीं बताया कि वह आ रहा है। नहीं तो इतनी दूर से आने के लिए हो सकता है मना भी कर देता। अर्जुन ने 420 किमी का सफर 8 घंटे कुछ मिनट में तय कर लिया। अलवर आकर बोला मेरे दोस्त की मां भी मेरी मां।

साहिल के पिता इंडियन आर्मी में हैं। इस कारण उनकी मां का मिलिट्री हॉस्पिटल अलवर में इलाज चल रहा है। साहिल ने बताया कि जब मां का ऑक्सीजन सैचुरेशन नीचे जा रहा था। तब चिकित्सकों ने कहा कुछ इंजेक्शन का इंतजाम कर लो। कुछ तो अस्पताल से मदद मिली। इस बारे में एक दिन दोस्त से बात हो रही थी। जब उसे पता चला कि रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल रहे। तब उसने बिना देर किए इंजेक्शन खरीदे और चंडीगढ़ से अलवर पहुंच गया। यहां आने के बाद अर्जुन ने कहा कि दोस्त की मां मेरी मां। साहिल ने कहा कि हम दोनों अच्छे दोस्त हैं। मां के लिए दोस्त इंजेक्शन लेकर आया है। निश्चित रूप से सबकी दुआओं से मां कोरोना की जंग जीतेगी।