बीकानेर : REET में नकल को अंजाम देने के लिए 6 लाख रुपए में बेची गई ब्लूटूथ डिवाइस लगी चप्पलें, 4 गिरफ्तार

आज प्रदेशभर में राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा कराई गई जिसके आयोजन के साथ ही नकल गिरोह भी सक्रिय हो गया और अपनी गलत वारदातों को अंजाम देने में लग गया। इसका एक हैरान करने वाला मामला सामने आया हैं बीकानेर से जहां पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया हैं जो ब्लूटूथ डिवाइस लगी चप्पलें 6 लाख रुपए में बेच रहे थे। इस बीच आशंका जताई जा रही हैं कि कई कैंडिडेट्स ने इस डिवाइस के साथ परीक्षा दी है। ASP शैलेंद्र सिंह इंदोरिया ने चारों युवकों से पूछताछ की है। उन्होंने बताया कि पता लगाया जा रहा है कि इन्होंने कितने और किन स्टूडेंट्स को डिवाइस लगी चप्पलें देकर एग्जाम सेंटर भेजा है। थानाधिकारी राणीदान ने बताया कि बीकानेर पुलिस ने नकल पर काबू पाने के लिए अपनी साइबर टीम को एक्टिव किया हुआ था। जैसे ही नकल का कोई इनपुट आ रहा है, वैसे ही उसे तत्काल चेक किया जा रहा है।

यह कार्रवाई बीकानेर के गंगाशहर में की गई। चारों आरोपी चप्पल में डिवाइस लगाकर नकल कराने में जुटे थे। शुरुआती जांच में सामने आया कि डिवाइस लगी चप्पल 6-6 लाख रुपए में बेची गई थीं। गैंग के सदस्यों ने चप्पल की एक डिवाइस फिट की थी। इसे ब्लूटूथ के जरिए मिनी इयरफोन (जो कान में था) से कनेक्ट कर रखा था। इस इयरफोन के जरिए सभी सवालों के उत्तर मिलने वाले थे। यह स्किन कलर का इयरफोन इतना छोटा होता है कि पकड़ में नहीं आता।

SP प्रीति चंद्रा ने बताया कि 4 युवकों को गिरफ्त में लिया गया है। ये लोग डिवाइस की मदद से सेंटर पर नकल कराने की कोशिश में जुटे हुए थे। इनसे कई और सामान भी मिले हैं, जो नकल कराने में काम आते हैं। गंगाशहर पुलिस और DST टीम ने मिलकर यह कार्रवाई की है। पकड़े गए ओम प्रकाश, मदन, त्रिलोक और गोपाल चुरू के रहने वाले हैं। एक आरोपी तुलसीराम कलेरा को नामजद किया गया है। वह पहले भी नकल के एक मामले में गिरफ्तार हो चुका है। कलेरा बीकानेर में कोचिंग संस्थान चलाता था।