कितनी कारगर है कोरोना वैक्सीन!, 16 हजार स्वास्थ्य कर्मियों पर हुए इस अध्ययन में चौकाने वाला खुलासा

कोरोना महमारी से निपटने का एकमात्र उपाय वैक्सीन है। देश में वैक्सीन अभियान में तेजी लाई जा रही है। 17 जून तक देशभर में 26 करोड़ 89 लाख कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं। बीते दिन 32 लाख 59 हजार टीके लगाए गए। इस बीच गुरुवार को फोर्टिस हेल्थ केयर ने बताया कि कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वाले 92% स्वास्थ्य कर्मियों को वायरस से संक्रमित होने पर ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। यानी कि वैक्सीन लेने के बाद ये लोग कोरोना से संक्रमित तो हुए लेकिन जल्दी ठीक भी हो गए। अस्पताल ने यह अध्ययन वैक्सीन की भूमिका और टीकाकरण के बाद होने वाले संक्रमण की गंभीरता को समझने के लिए किया था।

अस्पताल ने कहा, 'साक्ष्य आधारित अध्ययन से साबित होता है कि वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने के बाद संक्रमित हुए स्वास्थ्य कर्मियों में से 92% ऐसे हैं जिन्हें सिर्फ हल्का संक्रमण हुआ। ज्यादातर अपने घर पर ही देखभाल के बाद स्वस्थ हो गए और यह सब कुछ महामारी की दूसरी लहर में स्थिति खराब होने के बावजूद हुआ है।'

महज 1% संक्रमितों को ICU/वेंटीलेटर की जरुरत पड़ी

अध्ययन में यह बात सामने आई है कि वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वाले महज 1% स्वास्थ्यकर्मीयों को कोरोना होने के बाद ICU/वेंटीलेटर की जरुरत पड़ी है। फोर्टिस ने इस अध्ययन में 16,000 से ज्यादा ऐसे स्वास्थ्यकर्मियों को शामिल किया गया था जिन्हें जनवरी से मई 2021 के बीच रोना टीके की दोनों डोज दी जा चुकी थी।